कन्नौज में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को राज्यपाल आनंदीबेन ने किया प्राेत्साहित, जानिए- क्या कहा
UP Governor Anandiben Patel in Kannauj राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने परिसर में लगे समूह के स्टॉल का अवलोकन किया। कहा शासन की योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। समूहों के माध्यम से बाल-विवाह व दहेज प्रथा खत्म करने को प्रचार-प्रसार कराया जाए।
कन्नौज, जेनएन। UP Governor Anandiben Patel in Kannauj मंगलवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन पहुंचीं। सर्किट हाउस में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के 22 स्वयं सहायता समूह की पदाधिकारी के साथ समीक्षा की। इस दौरान जिला मिशन प्रबंधक शिव बिहारी भी साथ रहे। इस दौरान कार्य, प्रगति, क्या हुए बदलाव, कहा आ रही परेशानी समेत कई चीजें पूछी गईं। महिलाओं ने समूह को आजीविका का अच्छा माध्यम बताया। कहा, स्वजन घर से निकलने में रोकटोक करते थे। जब परेशानी आई तो समूह से जुड़े और आमदनी से समस्या दूर हुई। पति का हाथ बंटाने लगे तो रोकटोक खत्म हो गई। महिलाओं को समाज में उठने का मौका मिला है। राज्यपाल ने ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़कर कृषि, पशुपालन समेत अन्य नई तकनीक अपनाकर आय बढ़ाने की सलाह दी।
राज्यपाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जरूरतमंदों को योजनाओं का लाभ दिलाकर सामाजिक क्षेत्र में भी काम करें। महिलाओं के लिए समूह अच्छा माध्यम है। इसमें नई तकनीकी अपनाकर आमदनी बढ़ाएं। खुद के जो संसाधन हैं उनका इस्तेमाल करें। इस दौरान समूह के साथ आसपास पड़ोस जरूरतमंदों को योजनाओं का लाभ दिलाकर सामजिक क्षेत्र में कार्य करना व प्रधान बनने की भी सलाह दी। मंगलवार को राज्यपाल के द्वारा कुल 51 लाभार्थियों को सम्मानित किया गया।
ग्रामों में महिला सुरक्षा समितियों का करें गठन: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने परिसर में लगे समूह के स्टॉल का अवलोकन किया। कहा, शासन की योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। समूहों के माध्यम से बाल-विवाह व दहेज प्रथा खत्म करने को प्रचार-प्रसार कराया जाए। ग्रामों में महिला सुरक्षा समितियों का गठन किया जाए। 100 फीसद प्रसव संस्थागत कराएं जाएं। ग्रामीण महिलाओं को समूह के माध्यम से जागरूक करें। जिन महिलाओं के पास स्वयं की जमीन नहीं हैं और आगे बढऩा चाहती है, वह मुद्रा योजना से ऋण प्राप्त कर आगे बढ़ें।
क्षय रोग चयन प्रक्रिया में तेजी लाई लाए: राज्यपाल ने क्षय रोग समिति के सदस्यों, रोटरी, लायंस व अन्य एनजीओ के साथ बैठक की। क्षय रोगों के नियंत्रण के लिए रोगियों का प्रत्येक माह चिह्नीकरण करने को कहा। संबंधित रोगियों को विभिन्न बड़े एनजीओ, व्यापारियों, डिग्री कालेजों व अन्य बड़े विद्यालयों द्वारा गोद लिए जाने के लिए मुहिम तेज करने के निर्देश दिए। कहा, 25 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के क्षय रोग से मुक्त करने की कवायद तेज करें। जीटी रोड स्थित सुरस एवं सुगंध विकास केंद्र का निरीक्षण कर इत्र बनने की प्रक्रिया देखी। आवश्यक सुझाव दिए। रोटरी क्लब कन्नौज के अध्यक्ष उमाकांत शुक्ला को सम्मानित किया गया। इसके बाद मधु सिंह, श्रुति, शशि, रीना, ममता, ममता पाल, कल्पना, कंचन कटियार, ऊषा, किरन, गुड्डी, ममता, अनुपम, रेनू, शालिनी, सीमा, संगीता, तारावती, पूजा गौतम, मीना व साधना को राज्यपाल ने सम्मानित किया।
बैंकों का सहयोग मिलने से एफपीओ करेंगे तरक्की: कन्नौज में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के अध्यक्षों ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से कहा कि सरकार का ये अच्छा प्रयास है। इसे आगे बढ़ाने के लिए बैंकों के सहयोग की जरूरत है। बैंक की मदद से कारोबार बढ़ेगा और तरक्की मिलेगी। उन्होंने सर्किट हाउस में अलीपुर आहान प्रोड्यूसर कंपनी उमर्दा के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार, हसेरन किसान एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड हुसैन नगर के ब्रजेश सिंह, अभय कृषक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी भुगैतापुर के धीरेंद्र सिंह, भू क्रांति एग्रो ग्रीन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी अकबरपुर के संजीव यादव, प्रभुकुल फार्मस एंड प्रोड्यूसर कंपनी उमर्दा के चंद्रकांत शुक्ला के साथ बैठक कर प्रगति जानी। अध्यक्षों ने उन्हें बताया कि वर्तमान में खाद, बीज और दवा की उचित दर पर बिक्री कर रहे हैं, लेकिन बैंकें सहयोग नहीं करती हैं। इसकी वजह उनकी लिमिट कम होना है। दो लाख की लिमिट कराई थी, जो ऑडीटर के कहने पर ज्यादा बताकर बैंक ने खाता ही बंद कर दिया। इससे कारोबार व आमदनी कम है। कहा कि मार्केटिंग के विशेषज्ञों की भी जरूरत है। राज्यपाल ने डीएम से सभी समस्याएं नोट कराईं और प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने अध्यक्षों को और अच्छा काम करने के लिए प्रेरित करके सम्मानित भी किया। उन्होंने एफपीओ की आमदनी बढ़ाने के लिए आटा बेचने का सुझाव दिया।