यूपी के हर जनपद में बनेगा पुलिस कोविड अस्पताल, कानपुर में डीजीपी मुकुल गोयल का ऐलान
कानपुर स्थित पुलिस लाइन में कोविड केयर अस्पताल का शुभारंभ करते हुए पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने सराहनीय प्रयास बताया । उन्होंने बिकरू कांड को एक सबक बताते हुए दागी पुलिस कर्मियों को चिह्नित करने की बात कही।
कानपुर, जेएनएन। यूपी के पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने कहा है कि कानपुर के कोविड केयर अस्पताल से प्रेरणा लेकर अब प्रदेश के हर जनपद की पुलिस लाइन में ऐसे ही अस्पताल तैयार किए जाएंगे। उन्होंने रविवार को कानपुर पुलिस लाइन स्थित कोविड केयर अस्पताल का शुभारंभ करते हुए सराहनीय पहल बताया और कोविड काल में कर्तव्य के लिए जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को याद किया।
डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि कोविड की पहली अौर दूसरी लहर एक चुनौतीपूर्ण समय था। यह देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को एक चुनौती थी, जिसमें फ्रंट लाइन पर काम करने वाले डॉक्टरों और पुलिसकर्मियों ने बढ़ चढ़कर अपनी आहुति दी। उन्होंने कहा कि हर कार्य के लिए सरकार से अपेक्षा नहीं की जानी चाहिए बल्कि कुछ कार्य ऐसे भी हैं, जिनके लिए व्यक्ति को स्वयं प्रयास करने होते हैं। यह अस्पताल पुलिस प्रशासन और जनता के सम्मलित सहयोग का एक बेहतर उदाहरण है।
आने वाले समय में अगर कोविड की लहर आती है तो अस्पताल पुलिसकर्मियों और उनके परिवार के लिए बड़ा संबल बनेगा। कहा कि अस्पताल और बड़ा बनेगा ताकि आने वाले समय में पुलिसकर्मियों को प्राइवेट अस्पतालों की ओर रुख ना करना पड़े। डीजीपी ने कोविड केयर अस्पताल की स्थापना में मुख्य योगदान करने वाले मुथूट ग्रुप के संजय कुमार और टीम मीडिया एक्सपर्ट टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि प्रदेश की हर पुलिस लाइन में कोविड केयर अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा ताकि महामारी से लड़ने में सबसे आगे रहकर काम करने वाले पुलिसकर्मियों को कोई समस्या ना हो।
कानपुर में आतंकी माॅड्यूल के छिपे होने का इनपुट
पत्रकार वार्ता में डीजीपी ने कहा कि कुछ खुफिया इनपुट मिले हैं, जिसमें कानपुर में आतंकी मॉड्यूल के छिपे होने की जानकारी दी है स्थानीय पुलिस एटीएस व अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है और इन तत्वों को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिकरू कांड पुलिस विभाग के लिए एक बड़ा सबक है। अपराधी तत्वों के साथ पुलिस की मिलीभगत के चलते यह कांड हुआ, इस घटना के बाद ऐसे दागी पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है और उन्हें सुधारने का मौका दिया जाएगा। फिर भी अगर वे नहीं माने तो विभाग सख्त कार्रवाई भी करेगा।
कार्यक्रम में कानपुर पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने कहा कि बिल्डिंग बनाना लेकिन एक संस्था के रूप में वह काम करना बेहद मुश्किल कार्य है। कमिश्नरेट पुलिस ने यह एक पहल की है, जिससे पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और बेहतर होगा। यह प्रयास वामा सारथी अभियान के तहत किया गया है। महापौर प्रमिला पांडेय, मंडलायुक्त डॉ राजशेखर, डीएम आलोक तिवारी, एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर, आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल, अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी व आकाश कुलहरी सहित पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।