उप मुख्यमंत्री ने कहा, ज्यादा रुपये वसूलने वाले निजी अस्पतालों पर की जाए कार्रवाई Kanpur News
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सर्किट हाउस में कोरोना संक्रमण को लेकर बैठक में स्वास्थ्य अफसरों को निर्देश जारी किए।
कानपुर, जेएनएन। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण और उससे हो रही मौतों को रोकने को लेकर सर्किट हाउस में हुई समीक्षा बैठक में तल्ख तेवर दिखाए। निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों से इलाज के नाम पर मनमाना शुल्क वसूले जाने पर नाराजगी जताई। डीएम से कहा कि संज्ञान में आया है कि कुछ निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों से अधिक धनराशि ली जा रही है। इसलिए इलाज का शुल्क लेने के लिए एक मानक बनाएं और हर हाल में यह सुनिश्चित करें कि कोई अस्पताल मानक से ज्यादा रुपये कतई न ले पाए। इसके बाद भी अनदेखी कर ज्यादा रुपये लेने पर संबंधित अस्पताल के प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करें।
उन्होंने वेंटीलेटर खरीद में देरी पर भी नाराजगी जताई। कहा कि टेंडर न होने की वजह से खरीद नहीं हो पाना गंभीर विषय है। हर हाल में जल्द प्रक्रिया पूरी कर वेंटीलेटर खरीदें और कोरोना से हो रही मौतों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएं। सांसद व विधायक निधि से चिकित्सा उपकरण की खरीद करें। वेंटीलेटर की संख्या बढ़ाकर हर हाल में दो सौ करें। एल-वन व एल-टू के अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था को और ठीक करने के साथ ही एल-थ्री के अस्पतालों की संख्या बढ़ाएं। पुलिस, जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अफसर आपसी समन्वय के साथ काम करें। इसके लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया करें, जो कोरोना से संबंधित मामलों का त्वरित निस्तारण करे।
उन्होंने सभी अस्पतालों में को-आर्डिनेटर नामित करने का आदेश भी दिया। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कोरोना के मरीजों के साथ ही दूसरे मरीजों का भी बेहतर उपचार निजी व सरकारी अस्पतालों में ठीक ढंग से हो, यह सुनिश्चित करने का सुझाव दिया। इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाज के अभाव में किसी की भी मौत नहीं होनी चाहिए। बैठक में महापौर प्रमिला पांडेय, उ'च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, मंडलायुक्त डॉ. सुधीर एम बोबड़े, नोडल अधिकारी मयूर महेश्वरी, आइजी मोहित अग्रवाल, डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी, एसएसपी प्रीतिंदर ङ्क्षसह, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी, सीएमओ डॉ. अनिल कुमार मिश्रा रहे।
मरीजों को नहीं मिल रहा उपचार
प्रशासनिक अफसरों से पहले उप मुख्यमंत्री ने जन प्रतिनिधियों व पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने कहा कि मरीजों को समय से भर्ती कराने की व्यवस्था होनी चाहिए। उच्च शिक्षा मंत्री नीलिमा कटियार ने कहा कि संक्रमण ठीक होने के बाद जब लोग घर आते हैं तो भी पड़ोसी शक की नजरों से देखते हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को जागरूक करने का अभियान चलेगा, क्योंकि ठीक होकर लौटा मरीज किसी को संक्रमित नहीं करता। विधायक सुरेंद्र मैथानी ने उन्हें बताया कि कुछ निजी अस्पतालों में अधिक शुल्क लेने के बाद भी बेहतर सुविधा नहीं दी जा रही है। एमएलसी अरुण पाठक ने कांटेक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया। बैठक में विधायक महेश त्रिवेदी, उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज, दक्षिण जिलाध्यक्ष डॉ. वीना आर्या आदि रहे।