कानपुर क्रिस्टल पैलेस में कमिश्नरेट आफिस बनाने के प्रस्ताव पर CM योगी की दो टूक, पुलिस आयुक्त से कही यह बात
CM Yogi Adityanath in Kanpur मार्च 2020 में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद से सबसे बड़ा संकट पुलिस आयुक्त कार्यालय को लेकर सामने आया था। फिलहाल पुलिस आयुक्त अपने आवास से ही कार्यालय का संचालन कर रहे हैं और दूसरे अधिकारियों ने कार्यालय की व्यवस्थाएं कर रखी हैं।
कानपुर, [गौरव दीक्षित]। CM Yogi Adityanath in Kanpur परेड चौराहा स्थित क्रिस्टल पैलेस में पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय का प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को पसंद नहीं आया है। बुधवार को कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री से जब पुलिस आयुक्त असीम अरुण (Asim Arun) ने कार्यालय के प्रस्ताव पर विचार करने का अनुरोध किया तो उन्होंने उल्टा सवाल दाग दिया कि क्या माल में कमिश्नरेट कार्यालय बनाना उचित होगा। मुख्यमंत्री का इशारा पाते ही अफसरों नेे अब दो अन्य विकल्पों पर विचार शुरू कर दिया है और जल्द ही इन दोनों में किसी एक का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।
मार्च 2020 में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद से सबसे बड़ा संकट पुलिस आयुक्त कार्यालय को लेकर सामने आया था। फिलहाल पुलिस आयुक्त अपने आवास से ही कार्यालय का संचालन कर रहे हैं और दूसरे अधिकारियों ने वैकल्पिक कार्यालय की व्यवस्थाएं कर रखी हैं। जनसुविधाओं को देखते हुए कमिश्नरेट प्रणाली में एक ही स्थान पर सभी उच्चाधिकारियों के कार्यालय व कोर्ट का प्रविधान है। लंबे विचार विमर्श के बाद पुलिस आयुक्त की ओर से परेड चौराहा स्थित क्रिस्टल पैलेस का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। इस प्रस्ताव केतहत क्रिस्टल पैलेस को कानपुर विकास प्राधिकरण से खरीदने की योजना है, जिसके लिए शासन को करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। लंबे समय से यह प्रस्ताव शासन में लंबित है और विभिन्न पटलों से होते हुए प्रस्ताव इस समय फाइनेंस कमेटी के पास है।
बुधवार को मुख्यमंत्री के दौरे के समय मौका पाकर पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने उनसे कार्यालय के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाने का अनुरोध किया। इधर पुलिस आयुक्त ने अनुरोध किया और उधर से मुख्यमंत्री ने सवाल दागा, माल में कमिश्नरेट कार्यालय बनाना अच्छा रहेगा। साथ बैठे कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने मुख्यमंत्री को समझाने का प्रयास किया कि क्रिस्टल पैलेस माल नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा, नहीं माल जैसा ही है और कमिश्नरेट कार्यालय के लिए ठीक नहीं रहेगा। पुलिस आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इशारे में अपना फैसला बता दिया है। इसके बाद नए विकल्पों पर विचार विमर्श शुरू हो गया है। गुरुदेव चौराहे पर स्थित यूपी टेक्सटाइल कारपोरेशन कार्यालय बिल्डिंग के अलावा फजलगंज स्थित यूपीएसआइसी की इमारत को विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। जल्द ही किसी एक का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा।