UP CM Yogi की एल्डर लाइन सेवा से बुजुर्गों को बड़ी राहत, कानपुर में मिल रहे सकारात्मक परिणाम
यूपी के मुख्यमंत्री के प्रोजेक्ट एल्डरलाइन के सकारात्मक परिणाम कानपुर में देखने को मिल रहे हैं। घर पर बैठे बैठे बुजुर्गों की चिकित्सा पेंशन राशन संबंधी जरूरतें पूरी हो रही हैं और समस्याओं का समाधान हो रहा है।
कानपुर, [आलोक शर्मा]। वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रदेश सरकार ने प्रोजेक्ट एल्डर लाइन सेवा शुरू की है। 14 मई से शुरू इस योजना के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। घर बैठे ही बुजुर्ग अपनी समस्याओं का समाधान करा रहे हैं। कोविड के दौरान प्रदेश सरकार ने यह सुविधा बुजुर्गों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए शुरू की थी, लेकिन इस सेवा के तहत वरिष्ठ नागरिकों को परिवार के बीच लड़ाई-झगड़ों और अन्य कानूनी समस्याओं का समाधान मिल रहा है। जरूरत पर घर तक राशन भी पहुंच रहा है। फील्ड रिस्पांस आफीसर गोविंद बताते हैं कि कानूनी समस्याओं का भी पुलिस और प्रशासन की मदद से हल हो रहा है। अब तक 71 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से 67 का समाधान किया जा चुका है।
Case-1 : लालबंगला में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक वीरेंद्र कुमार के घर में राशन की समस्या हुई तो उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रोजेक्ट एल्डरलाइन के टोलफ्री नंबर पर समस्या बतायी। चार घंटे के भीतर ही उन तक राशन पहुंच गया।
Case-2: यशोदा नगर की शारदा देवी की वृद्धावस्था पेंशन बीच में बंद हो गई। इसे लेकर वह काफी परेशान थीं। पड़ोसी की मदद से टोलफ्री नंबर पर बात कर समस्या बतायी। समाज कल्याण विभाग ने पेंशन संबंधी समस्या दूर कर दी।
यह है योजना : प्रदेश सरकार ने प्रोजेक्ट एल्डरलाइन की शुरूआत 14 मई को की थी। इसमें वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य, इलाज की ङ्क्षचता, बीमारी से बचाव के उपाय, घर तक दवाएं पहुंचाना और अन्य सभी तरह की समस्याओं का हल किया जाना शामिल है। टाटा ट्रस्ट और एनएसई फाउंडेशन की मदद से संचालित इस योजना को उत्तर प्रदेश में यूपिको मॉनीटर कर रहा है।
टोल फ्री नंबर पर बताएं समस्या : वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी तरह की समस्या है तो वह टोलफ्री नंबर 14567 पर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे के बीच फोन करके बता सकते हैं।
इन मामलों का अब तक हुआ हल
पेंशन : 50
राशन : 14
मारपीट : 03
कानूनी : 04
- प्रोजेक्ट एल्डर लाइन के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। पेंशन संबंधी समस्याएं ज्यादा हैं, जिनकी तकनीकी दिक्कतें दूर कर पेंशन शुरू कराई जा रही है। -अमरजीत सिंह, समाज कल्याण अधिकारी