कानपुर से ताल्लुक रखने वाले एके रायजादा बने शतरंज में राष्ट्रीय निर्णायक, अब तक निभा रहे थे सचिव की जिम्मेदारी
संक्रमण के चलते विशेष प्रकार के साफ्टवेयर की मदद से खेली जाने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर के 330 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। प्रतियोगिता में 30 खिलाड़ियों पर एक ब्रेक आउट रूम बनेगा जिसकी निगरानी के लिए दो निर्णायक नियुक्त किए गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश शतरंज के इतिहास में पहली बार किसी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शहर से नाता रखने वाले एके रायजादा मुख्य निर्णायक की भूमिका में नजर आएंगे। उन्हें आल इंडिया शतरंज फेडरेशन से आनलाइन राष्ट्रीय अंडर-14 बालिका शतरंज चैंपियनशिप में मुख्य निर्णायक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह प्रतियोगिता 19 से 21 जून तक आनलाइन माध्यम से खेली जाएगी।
संक्रमण के चलते विशेष प्रकार के साफ्टवेयर की मदद से खेली जाने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर के 330 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। प्रतियोगिता में 30 खिलाड़ियों पर एक ब्रेक आउट रूम बनेगा जिसकी निगरानी के लिए दो निर्णायक नियुक्त किए गए हैं। प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए मुख्य निर्णायक नवाबगंज निवासी एके रायजादा को बनाया गया है। जो उप्र स्टेट शतरंज एसोसिएशन में सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कानपुर शतरंज एसोसिएशन के सचिव दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि शतरंज खेल को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों काे प्रोत्साहित करने के लिए एके रायजादा हमेशा तत्पर रहते हैं। उनके कार्यकाल में कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में शहर का नाम रोशन किया है। उन्हें बालिकाओं के राष्ट्रीय प्रतियोगिता की जिम्मेदारी मिलना उप्र शतरंज के लिए गौरव की बात है। इससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा।