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Positive India : मंत्रियों और विधायकों ने वेतन और निधि से एक-एक करोड़, उद्यमियों ने भी बढ़ाया राहत कोष

कोरोना वायरस से जंग में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में दान देने के लिए लोग आगे आ रहे हैं।

By AbhishekEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 08:31 PM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 08:31 PM (IST)
Positive India : मंत्रियों और विधायकों ने वेतन और निधि से एक-एक करोड़, उद्यमियों ने भी बढ़ाया राहत कोष
Positive India : मंत्रियों और विधायकों ने वेतन और निधि से एक-एक करोड़, उद्यमियों ने भी बढ़ाया राहत कोष

कानपुर, जेएनएन। कोरोना से जंग में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आह्वान के बाद मंत्री, विधायकों के साथ स्वयं सेवी संस्थाएं और कारोबारी आगे आ रहे हैं। शहर की नामचीन कारोबारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में लाखों रुपये की मदद दी है। मंत्री और विधायकों ने अपनी निधि से धन देने का प्रस्ताव अफसरों को सौंपा है तो कारोबारियों ने जिलाधिकारी चेक सौंपकर दरियादिली दिखाई है।

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शहर के इन जनप्रतिनिधियों ने दिया निधि का धन

प्रदेश सरकार को कोरोना से निपटने में मदद उपलब्ध कराने के लिए विधायक व मंत्री सामने आ रहे हैं। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण, बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा और एमएलसी अरुण पाठक ने अपनी विधायक निधि से एक-एक करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का प्रस्ताव दिया है। इस आशय का पत्र उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को भेज दिया है। वहीं विधायक सांगा ने अपना एक माह का वेतन भी मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किया है।

इसके पहले औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने 25 लाख रुपये की राशि अपनी निधि से दे चुके हैं। वहीं प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमलरानी पूर्व में जिला प्रशासन एवं मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए विधायक निधि से 25-25 लाख रुपये एवं एक माह का वेतन प्रदान कर चुकी हैं। इसी तरह एमएलसी अरुण पाठक भी पहले 30 लाख रुपये निधि से दे चुके हैं। वहीं विधायक अभिजीत सिंह सांगा और भगवती सागर भी एक माह का वेतन दे चुके हैं। इस बारे में दोनों विधायक मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भी अवगत करा चुके हैं।

कुंदन लाल ने 81 लाख और लोहिया ग्रुप ने 21 लाख दिए

फ्रंटियर एलॉय स्टील कंपनी के चैयरमैन कुंदन लाल भाटिया ने जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी को कलक्ट्रेट परिसर में 81 लाख रुपये का चेक सौंप चुके हैं। उन्होंने इसमें 55 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष व दस लाख मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराए। इसके अलावा सात लाख रुपये हिमाचल प्रदेश सरकार, पांच लाख रुपये जिला सद्भावना समिति और चार लाख रुपये सद्भावना कोष कानपुर देहात को दिए हैं। वहीं लोहिया ग्रुप के सीईओ गौरव लौहिया भी मुख्यमंत्री राहत कोष में 21 लाख रुपये का चेक जिलाधिकारी को सौंप चुके हैं।

उन्होंने चार वेंटिलेटर भी देने का वादा करते हुए कहा कि आर्डर दे दिया है, डिलीवरी मिलते ही सौंप दिए जाएंगे। रिमझिम इस्पात के एमडी योगेश अग्रवाल ने भी 11 लाख रुपये का चेक जिलाधिकारी को दिया है। कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) के उपाध्यक्ष व जेएनटी के संस्थापक नं. सदस्य संजय तिवारी ने प्रधानमंत्री केयर्स फंड में 21 हजार रुपये दिए हैं। इससे पहले शहर के कई बड़े कारोबारी राहत कोष में राशि उपलब्ध करा चुके हैं।

पीएनबी पेंशनर्स ने राहत कोष में जमा किये 11 हजार

आल इंडिया पीएनबी पेंशनर्स एंड रिटायर एसोसिएशन की ओर से सीएम कोविड केयर फंड में 11 हजार रुपये की धनराशि जमा की गई है। यह जानकारी एसोसिएशन की से जुड़े कमल त्रिवेदी ने दी। उन्होंने कहा कि महामारी से लड़ने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा फंड में धनराशि जमा करनी चाहिए।

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