डीएमएसआरडीई कानपुर में 'भेदिया' खोज रही एटीएस, वैज्ञानिकों से पूछताछ
नागपुर के साथ रुड़की में लैपटॉप से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने कानपुर में डीएमएसआरडीई की एक महिला वैज्ञानिक से घंटों पूछताछ की।
कानपुर (जेएनएन)। नागपुर में उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) के साथ मिलिट्री इंटेलिजेंस के हाथ चढ़े विख्यात ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट के सीनियर सिस्टम इंजीनियर निशांत अग्रवाल के बाद अब उसके साथियों पर भी एटीएस की नजर है। निशांत को पड़ोसी देश पाकिस्तान से जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया गया है।
नागपुर के साथ रुड़की में लैपटॉप से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने कानपुर में डिफेंस मैटेरियल एंड स्टोर्स रिसर्च डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट (डीएमएसआरडीई) की एक महिला वैज्ञानिक से घंटों पूछताछ की। इसके बाद उनके लैपटाप समेत आफिस व घर में मौजूद इलेक्ट्रानिक डिवाइस कब्जे में ली। हालांकि जांच एजेंसी ने अभी तक कोई भी आपत्तिजनक वस्तु न मिलने की बात कही है।
कानपुर में आतंकी गतिविधियों की सक्रियता को देखते हुए जांच एजेंसी इस तरह की सूचनाओं को गंभीरता से ले रही है। यहां के रक्षा प्रतिष्ठान में पहले ही एक पाकिस्तानी जासूस पकड़ा जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक यह कार्रवाई खुफिया सूचनाओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी से होने के चलते बड़े गोपनीय तरीके से की जा रही है। मामला रक्षा प्रतिष्ठानों व वहां के आलाधिकारियों से जुड़ा होने के चलते फूंक-फूंक कर कदम रखा जा रहा है।
अभी तक की जांच में आया है कि हनी ट्रैप के चलते ही निशांत ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होते हुए गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान व अमेरिका की खुफिया एजेंसियों से साझा की हैं, जिसकी छानबीन की जा रही है। उनके संपर्क में कानपुर व आगरा में रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े दो वैज्ञानिकों का नाम भी सामने आया है। वह केवल उसके फेसबुक दोस्त ही हैं या उससे जुड़े हैं, इसकी पड़ताल की जा रही है। डीएमएसआरडीई के एस्टेट मैनेजर किनसुख मुखोपध्याय के कहने पर वहां के सीनियर वैज्ञानिक एसबी यादव ने बताया कि एटीएस सोमवार को महिला वैज्ञानिक से आवास पर डेढ़ घंटे तक पूछताछ करने के बाद लौट गई। इस दौरान क्या बात हुई जानकारी नहीं है। उन्होंने भी इसके बारे में अभी अवगत नहीं कराया। जांच एजेंसी की पूरी मदद की जा रही है।