उन्नाव हत्याकांड : 35 रुपये के लिए उतार दिया था मौत के घाट, आरोपितों से पूछताछ में सामने आए अहम सुराग
बदरका मोड़ के पास दोस्तों के साथ ढाबे पर समोसा-गुझिया खाने के बाद पैसे के लेनदेन पर विवाद हुआ था।
उन्नाव, जेएनएन। कानपुर-लखनऊ हाईवे के बंथर चौराहे पर होटल में सिपाही भर्ती में चयनित युवक की हत्या में अारोपित होटल संचालक सहित चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। आरोपितों ने 35 रुपये के लिए लड़ाई-झगड़ा करते हुए युवक को मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस की पूछताछ में कई अहम तथ्य सामने आए हैं।
कैसे हुई थी वारदात
चकेरी थानाक्षेत्र के दहेली सुजानपुर के भवानीनगर मोहल्ला निवासी स्क्रैप कारोबारी बृजेश सिंह का 23 वर्षीय इकलौता बेटा सुमित सिपाही भर्ती परीक्षा में चयनित हुआ था। उसकी छह अक्टूबर से ट्रेनिंग शुरू होनी थी। 13 सितंबर की दोपहर एयरफोर्स में तैनात दोस्त संग्राम ने फोन पर बताया कि लखनऊ से उसका कुछ सामान आना है। इस पर सुमित मोहल्ले के दोस्त शुभम सिंह, उत्कर्ष साहू उर्फ वासु, कोयलानगर निवासी शुभम सेंगर व सैनिक चौराहा निवासी मंजुल के साथ कार से बदरका मोड़ पहुंचा। कार किनारे खड़ी करके उत्कर्ष, शुभम सिंह और सुमित पास के ढाबे पर समोसे और गुझिया खाने गए।
35 रुपये के लिए हुआ था विवाद
साथी मंजुल ने बताया कि ढाबे वाले ने 35 रुपये ज्यादा मांगे, जिसे लेकर उनका विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि ढाबा संचालक छह साथियों के साथ लाठी डंडे और लोहे की रॉड से तीनों को बेरहमी से पीटने लगा। सिर पर वार होने से तीनों लहूलुहान हो गए। कार में बैठे मंजुल व शुभम सेंगर को जब पता लगा तो वह मौके पर पहुंचे और उन्हें को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां बुधवार सुबह सुमित की मौत हो गई थी।
होटल संचालक समेत चार गिरफ्तार
घायल उत्कर्ष के पिता विजय साहू की तहरीर पर जानलेवा हमला, लूट की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। सुमित की मौत के बाद जानलेवा हमले की धारा को हत्या में तरमीम कर विवेचना की गई।पुलिस ने होटल संचालक रोहित मिश्रा निवासी सुपासी, बंथर निवासी पड़ोसी दुकानदार संतोष उर्फ लाला उर्फ कुबड़ा, दीपू अवस्थी व राजकुमार लोधी निवासी गौरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इंस्पेक्टर अतुल तिवारी ने बताया कि चारों आरोपितों पर लूट और हत्या का मामला दर्ज किया है। पूछताछ में कई अहम तथ्य सामने आए हैं।