Unnao Kidnapping Case: दुष्कर्म पीडि़ता के गायब हुए भतीजे का सुराग नहीं, ढूंढ़ती रहीं पुलिस की 14 टीमें
मुख्यमंत्री से मिलने पैदल ही निकल पड़ी पीडि़ता की बहन तो अफसरों ने बच्चे की सकुशल वापसी का भरोसा दिलाया और गांव में सुरक्षा के लिए लगी पीएसी की प्लाटून भी बदली गई है। पांचों आरोपितों से पूछताछ के साथ ही सर्विलांस और फील्ड यूनिट भी लगाई गई है।
उन्नाव, जेएनएन। जलाकर मारी गई दुष्कर्म पीडि़ता के छह साल के भतीजे का रविवार को भी कोई सुराग नहीं लगा। उसकी तलाश में पुलिस की 14 टीमें हाथ-पांव मारती रहीं। हिरासत में लिए गए पांचों आरोपितों से पूछताछ जारी रही। अब तलाश में स्वॉट, सर्विलांस व फील्ड यूनिट की भी मदद ली जा रही है। इधर पीडि़ता की बहन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाने की बात कहकर सुबह आठ बजे घर से पैदल निकल पड़ी तो पुलिस अधिकारियों ने जल्द बच्चे को ढूंढऩे का भरोसा दिलाकर बमुश्किल उसे रोका। बच्चे के पिता ने बेटे की सकुशल वापसी की मांग रखी। प्रशासन ने पीडि़त परिवार की हिफाजत में लापरवाही पर तीन पुलिस कर्मियों के निलंबन के बाद पीडि़ता के घर सुरक्षा में लगी पीएसी की पूरी प्लाटून बदल दी गई।
जानें-क्या हुई थी घटना
पांच दिसंबर-19 को बिहार थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी दुष्कर्म पीडि़ता को उस समय जिंदा जला दिया गया था जब वह रायबरेली जाने को बैसवारा स्टेशन जा रही थी। इलाज के दौरान दिल्ली में उसकी मौत हो गई थी। पीडि़ता के बयान पर गांव निवासी पांच लोगों को जेल भेजा गया था। मामला अदालत में विचाराधीन है। शुक्रवार को मामले ने नया मोड़ तब लिया जब शाम करीब पांच बजे मृत पीडि़ता के भाई का छह वर्षीय बेटा लापता हो गया। पीडि़ता की बहन ने दुष्कर्म और हत्या में आरोपित लोगों के परिवार की कैप्टन बाजपेयी, सरोज त्रिवेदी, अनीता त्रिवेदी, सुंदर लोधी व हर्षित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया था।
रविवार सुबह एएसपी विनोद पांडेय, एसडीएम बीघापुर दयाशंकर पाठक, नायब तहसीलदार सुदीप तिवारी, सीओ केएस कनौजिया ने गांव पहुंचकर तलाश में लगी टीमों से जानकारी ली।, वहीं बिहार, अचलगंज, पुरवा, मौरावां, बीघापुर व बारासगवर थानों की पुलिस भी बच्चे को ढूंढ़ती रही लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। एएसपी ने बताया कि आरोपितों से बच्चे के बारे में जानकारी ली जा रही है।
साथी बच्चों से सुरागरसी
लापता बच्चे के साथ गांव में खेलने वाले अन्य बच्चों से भी पुलिस ने सादे कपड़ों में पूछताछ की। पुलिस ग्र्रामीणों की गतिविधियों पर नजर रखे है।
सुरक्षा में लगाई पीएसी की नई टीम
पीडि़त परिवार की सुरक्षा में लगी पीएसी की टीम हटाकर नई टीम तैनात की गई। शनिवार को आइजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने मृतका के भाई के गनर, बहन की सुरक्षाकर्मी महिला सिपाही व एक अन्य सिपाही को निलंबित कर दिया था।
फूले पुलिस के हाथ-पांव, मान-मनौव्वल
बच्चे की वापसी की गुहार लगाने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास जाने की बात कहकर मृत दुष्कर्म पीडि़ता की बहन रविवार सुबह करीब आठ बजे घर से अकेले ही निकल पड़ी। वह घर से काफी दूर निकल आई। यह देख मौजूद पुलिस अधिकारियों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। उसे मनाकर बमुश्किल वापस लाए।