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Unnao Ki Beti: दिवंगत किशोरियों का हुआ अंतिम संस्कार, एक की मां ने जताई दुष्कर्म की आशंका

Save Unnao Ki Beti जिले के एक गांव में बीते बुधवार एक ही परिवार की तीन किशोरियां गांव के बाहर खेत में अचेत अवस्था में मिली थीं। स्वजन उन्हें लेकर पहले नजदीक के एक निजी अस्पताल ले गए।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Fri, 19 Feb 2021 09:48 AM (IST)Updated: Fri, 19 Feb 2021 11:55 AM (IST)
Unnao Ki Beti: दिवंगत किशोरियों का हुआ अंतिम संस्कार, एक की मां ने जताई दुष्कर्म की आशंका
उन्नाव के असोहा थानांतर्गत गांव में बुआ-भतीजी के शवों का अंतिम संस्कार करते हुए स्वजन।

उन्नाव, जेएनएन। Save Unnao Ki Beti गुरुवार रात मृतक किशोरियों का अंतिम संस्कार न हो पाने के बाद शुक्रवार सुबह कमिश्नर व आइजी गांव पहुंचे और अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू करवा दी। इसके बाद सुबह नौ बजकर 45 मिनट दिवंगत बुआ और भतीजी का अंतिम संस्कार करा दिया गया। बता दें कि दोनों अधिकारी मृतक किशोरियों के स्वजन से अकेले में मिले और उनके राजी होने के बाद तैयारी शुरू करवाई थी ।

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ये है पूरा मामला 

जिले के एक गांव में बीते बुधवार एक ही परिवार की तीन किशोरियां गांव के बाहर खेत में अचेत अवस्था में मिली थीं। स्वजन उन्हें लेकर पहले नजदीक के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया तो स्वजन उन्हें सरकारी अस्पताल ले गए। जहां डाॅक्टर ने दो को मृत घोषित कर दिया जबकि, एक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां से डाॅक्टर ने उसे कानपुर के निजी अस्पताल भेज दिया गया था। पोस्टमार्टम होने के बाद शवों को गांव ले जाया गया और उनके अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू की गई। विपक्षी दल के नेताओं व स्वजन के रात में अंतिम संस्कार का विरोध करने पर इसे सुबह के लिए टाल दिया गया। 

शुक्रवार सुबह हुआ अंतिम संस्कार

सुबह कमिश्नर रंजन कुमार व आइजी लक्ष्मी सिंह, एसपी आनंद कुलकर्णी लाव लश्कर के साथ गांव पहुंचे और अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू करवाई। इस बीच अधिकारियों ने दोनों के परिवार वालों से अकेले में बात की। इसके बाद एक शव को अंतिम संस्कार के लिए घर से निकले अधिकारी दूसरे शव को लेने गए। गांव में बड़ी तादात में फोर्स के बीच अंतत: दोनों किशोरियों के शवों को दफना दिया गया।

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गांव के चारों ओर रहा खाकी का सख्त पहरा 

किशोरियों के अंतिम संस्कार में कोई विरोध उत्पन्न न करने पाए इसके अंतर्गत अफसरों ने गांव के मुख्य मार्गों पर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया। पुलिस ने पहला बैरियर असोहा पाठकपुर मार्ग के पहले मोड़ पर दूसरा पाठकपुर-बबुरहा मार्ग पर, तीसरा गांव से 50 मीटर की दूरी पर, चौथा दक्षिणी दिशा में पिकेट लगाई। पुलिस की फोर्स चप्पे-चप्पे पर तैनात रही। गांव में कमिश्नर रंजन कुमार, एडीजी एसएन साबत, डीएम रवींद्र कुमार, आइजी लक्ष्मी सिंह एसपी आनंद कुलकर्णी, एडीएम राकेश सिंह, एसडीएम राजेश चौरसिया के अलाव सत्ता पक्ष से पुरवा विधायक अनिल सिंह और मोहान विधायक ब्रजेश रावत भी मौजूद रहे। 

फील्ड यूनिट टीम ने फिर किया घटनास्थल का निरीक्षण

घटना के तीसरे दिन शुक्रवार की सुबह किशोरियों के अंतिम संस्कार हो जाने के बाद फील्ड यूनिट की टीम फिर से घटनास्थल पर पहुंची और एक-एक जगह का बारीकी से निरीक्षण करना शुरू किया। इस दौरान डाग स्क्वायड की टीम घटनास्थल पर सर्च करती रही। 

एक किशोरी की मां ने अंतिम संस्कार के बाद दी प्रतिक्रिया 

बुधवार को मारी गईं दो किशोरियों में से एक की मां ने कहा है कि बच्चियों के हाथ दुपट्टे से बंधे थे। कपड़े भी अस्तव्यस्त थे और उनके साथ गलत काम हुआ है। उनका दावा है कि बच्चियों का खून भी बह रहा था। वहीं, कानपुर के अस्पताल में भर्ती तीसरी किशोरी की हालत में दूसरे दिन भी सुधार रहा। पुलिस ने आज उससे बातचीत करने की तैयारी कर रखी थी, हालांकि अभी तक बातचीत नहीं हो सकी है।


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