उन्नाव के चर्चित हत्याकांड में नामित ने ली प्रधान पद की शपथ, पीड़ितों ने पुलिस की भूमिका पर उठाए सवाल
समसपुर अटिया कबूलपुर के मजरा अटवा में नव निर्वाचित प्रधान पति व हारे प्रधान पति में मारपीट हुई थी। इसमें पीड़ित पक्ष के मनोज पाल ने नव निर्वाचित प्रधान अनुराधा सिंह व उसके पति रणधीर सिंह सहित सात के खिलाफ मारपीट व फायरिंग करने की तहरीर दी थी।
उन्नाव, जेएनएन। फतेहपुर चौरासी थानाक्षेत्र के गांव के चर्चित किशोर गोलीकांड के 19 दिन बाद भी पुलिस सिर्फ तीन को ही पकड़ सकी है। वहीं नामितों की सूची में शामिल नव निर्वाचित प्रधान ने प्रधान पद की शपथ भी ले ली। जिसके बाद से पीडि़त पक्ष में आक्रोश व्याप्त है।
ये है पूरा मामला: समसपुर अटिया कबूलपुर के मजरा अटवा में नव निर्वाचित प्रधान पति व हारे प्रधान पति में मारपीट हुई थी। इसमें पीड़ित पक्ष के मनोज पाल ने नव निर्वाचित प्रधान अनुराधा सिंह व उसके पति रणधीर सिंह सहित सात के खिलाफ मारपीट व फायरिंग करने की तहरीर दी थी। फायरिंग में मनोज के भतीजे दीपक पुत्र विमलेश की गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस ने 7 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उनमें तीन को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था। लेकिन इसके बाद पुलिस हाथ पर हाथ पर हाथ रखकर बैठ गई और अन्य सभी आरोपित अब तक फरार हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि मिलीभगत का अंदाजा इससे लग सकता है कि नामितों में नामित अनुराधा सिंह ने मंगलवार शपथ भी ले ली। जबकि पीड़ित ने सोमवार को सीडीओ, एसपी, एसओ व बीडीओ को दिये प्रार्थनापत्र में बताया था कि मामले में नामित का शपथ ग्रहण है। इस दौरान उसकी लोकेशन दिखवाकर उसकी गिरफ्तारी आसानी से की जा सकती है। लेकिन पुलिस गंभीर नहीं हुई।
पुलिस व विकास अधिकारी की बातों में दिखा अंतर: एसओ संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस को शपथ ग्रहण से कोई मतलब नहीं है। इसको पंचायत विभाग जाने। वहीं खंड विकास अधिकारी रुक्मणी वर्मा ने बताया कि एसओ से बातचीत के बाद ही शपथ दिलाई गई है।