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कानपुर के 50 हजार छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का रास्ता खुला, CSJMU की वेबसाइट पर ऑनलाइन लेक्चर

छात्रपति शहूजी महाराज विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर डिग्री कॉलेज के छात्र पढ़ाई कर सकेंगे ऑनलाइन कक्षाओं के लिए तकनीकी सेल बनाई गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 12:53 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 12:53 PM (IST)
कानपुर के 50 हजार छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का रास्ता खुला, CSJMU की वेबसाइट पर ऑनलाइन लेक्चर
कानपुर के 50 हजार छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का रास्ता खुला, CSJMU की वेबसाइट पर ऑनलाइन लेक्चर

कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) से संबंधित डिग्री कॉलेज के छात्रों की पढ़ाई अब कोरोना वायरस के खतरे को लेकर प्रभावित नहीं होगी। विश्वविद्यालय ने तकनीकी सेल का गठन हुआ है, जो परिसर में संचालित बीटेक, एमबीए, बीबीए, फार्मेसी व हेल्थ साइंस समेत दूसरे कोर्स के साथ डिग्री कॉलेज में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कराने में मददगार होगा। 

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कानपुर समेत आसपास जिलों के डिग्री कॉलेजों में प्रवेश का सिलसिला शुरू हो चुका है। कुछ में ऑनलाइन आवेदन फॉर्म मिल रहे हैं तो कई जगह प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी चल रही है। अब प्रवेश के बाद कोविड-19 के कारण कक्षाएं लगाना चुनौती होगी। कई डिग्री कॉलेजों के पास ऑनलाइन लेक्चर प्रसारित करने व उन्हें रिकॉर्ड करने की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में डिग्री कॉलेजों के असिस्टेंट प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसरों को लेक्चर विवि परिसर में रिकॉर्ड कराने की व्यवस्था विश्वविद्यालय प्रशासन करेगा। यह लेक्चर रिकार्ड कर विवि की वेबसाइट पर अपलोड करने से छात्रों तक पहुंच सकेंगे।

शहर में 50 हजार छात्रों को लाभ

शहर में 20 से अधिक सहायता प्राप्त डिग्री कॉलेजों में 50 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। स्ववित्तपोषित के 700 से अधिक डिग्री कॉलेज संबद्ध हैं। इनमें आनलाइन पढ़ाई का खाका खींचा जा रहा है।

विश्वविद्यालय बना रहा शेड्यूल

शासन से आदेश के अनुसार, चार अगस्त से ऑनलाइन लेक्चर का प्रसारण शुरू होना है। विश्वविद्यालय प्रशासन शेड्यूल तैयार कर रहा है। सभी शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि पावर प्वाइंट से ऑनलाइन लेक्चर प्रसारित करने की तैयारी कर लें। गूगल मीट या उसके समकक्ष प्लेटफार्म से लेक्चर प्रसारित होंगे। विश्वविद्यालय में गूगल क्लास रूम बनाए जाएंगे, जहां पर विभिन्न कोर्स में पंजीकृत छात्र व शिक्षक पढ़ाई के लिए आमने सामने होंगे।

इनका कहना है

  • ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर तैयारी की जा रही है, लेकिन यह विकल्प नहीं है। इससे उ'च शिक्षण संस्थानों में पूरा कोर्स कवर करना मुश्किल है, क्योंकि एक बड़ा व महत्वपूर्ण भाग प्रयोगात्मक अध्ययन भी होता है। शिक्षकों का प्रशिक्षण भी बड़ी चुनौती है। छात्रों को सुविधाएं मुहैया कराना आसान नहीं होगा। -डॉ. बीडी पांडेय, विभागाध्यक्ष अंग्रेजी, पीपीएन डिग्री कॉलेज व कूटा अध्यक्ष।
  • विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन पढ़ाई कराने का प्रारूप तैयार कर लिया है। छात्रों की कक्षाएं भी आयोजित की गई हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम आए हैं। नए सत्र के लिए कई टेक्निकल टूल्स से कक्षाओं को और प्रभावी बनाया गया है। वेबसाइट पर अपलोड लेक्चर भी काफी मददगार बनेंगे। -प्रो. नीलिमा गुप्ता, कुलपति सीएसजेएमयू।

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