केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया स्फूर्ति योजना क्लस्टर का शुभारंभ, पशुपालकों की खुशहाली के लिए दिया यह फॉर्मूला
Nanaji Deshmukh Death Anniversary भारत रत्न नानाजी देशमुख की पुण्यतिथि पर चित्रकूट में स्फूर्ति योजना क्लस्टर का वर्चुअली शुभारंभ किया गया। इस मौके पर चित्रकूट और सतना के 34 प्रगतिशील किसानों को राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख उत्कृष्ट कृषक सम्मान से सम्मानित किया गया
चित्रकूट, जेएनएन। Nanaji Deshmukh Death Anniversary केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को भारत रत्न नानाजी देशमुख की पुण्यतिथि पर चित्रकूट में स्फूर्ति योजना क्लस्टर का वर्चुअली शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि देश के हर गांव में दो उद्योगों की स्थापना से ग्राम विकास होगा। केंद्र सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत रत्न नानाजी देशमुख और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों पर आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मिशन के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं। खादी ग्रामोद्योग आयोग के माध्यम से स्फूर्ति परियोजना के तहत ग्रामीण भारत में बेरोजगारी को दूर करने के लिए पांच हजार क्लस्टर के माध्यम से 25 लाख लोगों को रोजगार से जोडऩे की पहल की जा रही है। गांव के लोग खेती और छोटे-छोटे पारंपरिक कुटीर उद्योगों पर निर्भर रहते हैं। पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित और विकसित करने के लिए स्फूर्ति योजना कारगर साबित होगी। दीनदयाल शोध संस्थान में हर्बल क्लस्टर का शुभारंभ हो रहा है। इससे 500 स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा। देश के विभिन्न हिस्सों में 50 क्लस्टर के माध्यम से 44 हजार को काम मिला है। नाना जी के सपनों को पूरा करने को हर गांव में गोबर से ऑयल पेंट बनाने का एक कारखाना शुरू करना होगा। इससे पशु पालक खुशहाल होंगे। दीनदयाल शोध संस्थान को सौ क्लस्टर तैयार करने का बीड़ा उठाना होगा।
चित्रकूट और सतना के 34 किसान सम्मानित
चित्रकूट और सतना के 34 प्रगतिशील किसानों को राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख उत्कृष्ट कृषक सम्मान से सम्मानित किया गया। सतना के शिव कुमार सिंह ग्राम देवीपुर (सोहावल), तरुण सिंह ग्राम अमिलिया (मझगवां) और सुखेंद्र ङ्क्षसह गौड़ ग्राम भरगवां (मझगवां) समेत 19 अन्य किसान सम्मानित किए गए। चित्रकूट के ग्राम कल्ला के देवराज पटेल व भगवानदीन को सब्जी उत्पादन, अवधेश पटेल आनंदपुर, रमेश पांडेय डडिय़ा, राजाबेटी भंभई, रामरुचि व अंतिम कुमार, श्रीधर त्रिपाठी सेमरिया, पुष्पराज कंधवनिया, लवकुश साहू तौरा आदि को भी सम्मान मिला।