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चित्रकूट: ‘रामवन’ में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लगाया पौधा, महाभियान का किया शुभारंभ

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हरित क्रांति के लिए एक दिन में 25 करोड़ पौधों का रोपण किया जा रहा है। उनको भी भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में पौधा लगाने का सौभाग्य मिला है।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sun, 04 Jul 2021 01:17 PM (IST)Updated: Sun, 04 Jul 2021 05:20 PM (IST)
चित्रकूट: ‘रामवन’ में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लगाया पौधा, महाभियान का किया शुभारंभ
चित्रकूट में पौधारोपण करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत।

चित्रकूट, जेएनएन। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार को चित्रकूट में तैयार होने वाले ‘रामवन’ में प्रदेश सरकार के विभागीय मंत्री डा. महेंद्र सिंह के साथ पौधारोपण किया। उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन और वायु पर मानव का एकाधिकार नहीं है। प्राकृतिक चीजों पर हर जीव का अधिकार है। इनको संरक्षित कर हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को बेहतर प्राणवायु देनी है। तभी सभी का जीवन सुरक्षित होगा। कोरोना काल में आए संकट से आगे की तैयारियों के लिए एक नई सीख मिली है।

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यहां आना सौभाग्य की बात: देवांगना हवाई पट्टी के पास ‘राम वन’ तैयार किया जा रहा है। जिसमें केंद्रीय मंत्री के अलावा जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, पीडब्लूडी राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, सांसद आरके सिंह पटेल, विधायक आनंद शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश खरे, जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल व पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने रामायणकालीन पौधों का रोपण किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हरित क्रांति के लिए एक दिन में 25 करोड़ पौधों का रोपण किया जा रहा है। उनको भी भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में पौधा लगाने का सौभाग्य मिला है। ऐसी पवित्र धरती पर इस पवित्र कार्य के लिए आने का सौभाग्य बहुत ही कम मिल पाता है। 

बताया, कैसे पूरी होगी जल की कमी: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से पूरा विश्व घबराया हुआ है। देशवासियों को इस संकट से बचाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है। पिछले वर्ष यूपी सरकार ने पौधरोपण का जो लक्ष्य तय किया था, उससे अधिक पौधे लगाए थे। सरकार के साथ मिलकर समाज चुनौती को स्वीकार कर ले तो चाहे जितनी जटिल चुनौती हो हम उसको पार कर लेते हैं। विशेष रूप से इस क्षेत्र में जल और जंगल का खास महत्व है। जिस तरह की भौगोलिक स्थिति यहां की है उसको देखते हुए वर्षा जल को संरक्षित किया जाए तो निश्चित रुप से जल की कमी को पूरा कर पाएंगे। जल, जंगल, जमीन और वायु धरती के घटक हैं। इनमें इस धरती के प्रत्येक जीव का उतना ही अधिकार है, जितना हमारा है। हम इस धरोहर को सभी लोग बेहतर करके के जाएंगे तो मनुष्य के अनुरूप होंगे।

सरकार की हर घर जल, हर घर नल योजना पर डाला प्रकाश: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करते हैं तो निश्चित तौर पर अमानत पर खयानत करते हैं। ऐसे में बुंदेलखंड की वर्षों पुरानी प्यास को किस तरह से कम कर पाएंगे। बुंदेलखंड की धरती और यहां के लोगों की प्यास बुझाने के लिए सरकार ने हर घर जल, हर घर नल योजना को तेजी से संचालित किया है। बुंदेलखंड क्षेत्र में बहुत ही तेजी से काम हो रहा है। जिससे जल्दी ही यहां के लोगों को पीने व खेतो की सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। आने वाले समय मे गांव-गांव में स्वच्छता का भी सूत्रपात करेंगे।


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