सर्दी में अनियंत्रित बीपी व मधुमेह घातक, चार की मौत
कड़ाके की सर्दी और शीतलहर ने न्यूनतम तापमान का रिकार्ड तोड़ दिया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कड़ाके की सर्दी और शीतलहर ने न्यूनतम तापमान का रिकार्ड तोड़ दिया। वहीं, सर्दी की वजह से बुजुर्गों, अनियंत्रित ब्लड प्रेशर और मधुमेह पीड़ितों की आफत बढ़ गई है। सर्दी की चपेट में आकर बीमारी पड़ने वाले मरीज एलएलआर अस्पताल (हैलट), लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान, उर्सला और निजी अस्पतालों की इमरजेंसी में गंभीर हालत में पहुंच रहे हैं। मंगलवार को ऐसे चार मरीजों की मौत हो गई। डाक्टरों ने ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक से मौत होने की बात कही है। हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी में मंगलवार को 100 मरीज आए, उसमें से 28 भर्ती हुए हैं।
बिल्हौर निवासी 70 वर्षीय वृद्धा ज्ञानवती की तबीयत खराब होने पर स्वजन उन्हें लेकर सोमवार देर रात एलएलआर इमरजेंसी लेकर पहुंचे। डाक्टर ने ब्रेन स्ट्रोक की आशंका जताते हुए सीटी स्कैन कराया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसी तरह एलएलआर इमरजेंसी आए पुखरायां निवासी 62 वर्षीय अमरपाल को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। स्वजन उन्हें बेसुध लेकर आए थे। वहीं, नई सड़क निवासी 55 वर्षीय मुर्तजिर घबराहट और बेचैनी होने पर स्वजन गंभीर स्थिति में उर्सला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर पहुंचे। डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इमरजेंसी के मेडिकल अफसर ने हार्ट अटैक पड़ने की मौत की बात कही है। इसी तरह कन्नौज निवासी 72 वर्षीय लल्लू को सीने में दर्द की शिकायत पर स्वजन कल्याणपुर स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे थे। इलाज के दौरान उनकी सांसें थम गईं। स्वजनों ने बताया कि उनका इलाज हृदय रोग संस्थान में चलता था, हालत बिगड़ने पर लेकर आए थे। रास्ते में बेसुध होने पर निजी अस्पताल लेकर जाना पड़ा। मेडिसिन के प्रो. जेएस कुशवाहा का कहना है कि सर्दी में अनियंत्रित मधुमेह व ब्लड प्रेशर वालों के लिए समस्या हो रही है। इसलिए बीपी व मधुमेह नियंत्रित रखें, जरूर पड़ने पर डाक्टर को दिखाएं। सर्दी से भी बचे रहें।
------------ यह बरतें एहतियात - उम्रदराज व्यक्ति सुबह की सैर पर न जाएं। - धूप निकलने पर ही टहलने के लिए जाएं। - देर रात बहुत जरूरी होने पर बाहर जाएं। - बाहर निकलें तो गर्म कपड़े अच्छी तरह पहन लें। - खासकर सिर और कान ढक कर निकलें। - बीपी और मधुमेह की नियमित जांच कराएं।
------------ यह हैं जरूरी एहतियात - हार्ट-बीपी के पुराने मरीज डाक्टर को दिखाएं - अपनी दवा की डोज निर्धारित कराएं। - दिल के मरीज ठंड में यात्रा करने से बचें। - घर पर ही व्यायाम, योग एवं ध्यान करें। - तले-भुने के बजाए हल्का भोजन करें।