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एससी-एसटी एक्ट ही क्यों, दुष्कर्म व दहेज कानून पर लोग क्यों नहीं उठाते सवाल : उदितराज

रामादेवी क्षेत्र में अनुसूचित जाति जनजाति, पिछड़ा व अल्पसंख्यक परिसंघ के कार्यक्रम को सांसद डॉ. उदितराज ने संबोधित किया।

By AbhishekEdited By: Published: Fri, 23 Nov 2018 02:45 PM (IST)Updated: Sat, 24 Nov 2018 04:43 PM (IST)
एससी-एसटी एक्ट ही क्यों, दुष्कर्म व दहेज कानून पर लोग क्यों नहीं उठाते सवाल : उदितराज
एससी-एसटी एक्ट ही क्यों, दुष्कर्म व दहेज कानून पर लोग क्यों नहीं उठाते सवाल : उदितराज
कानपुर, जेएनएन। एससी एसटी एक्ट कानून को लेकर उठ रहे सवालों और विरोध पर सांसद डॉ. उदितराज ने कहा है कि दहेज व दुष्कर्म के कानून को लेकर हो रहे दुरुपयोग पर कोई कुछ क्यों नहीं बोलता है। देशभर में कई ऐसे मामले आए, जिनमें झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए और अदालत में आरोप सिद्ध नहीं हुए। लोग केवल एससी एसटी कानून के पीछे क्यों पड़े हैं, लोगों को नजरिया बदलना चाहिए।
शहर रामादेवी क्षेत्र में अनुसूचित जाति जनजाति, पिछड़ा व अल्पसंख्यक परिसंघ के कार्यक्रम में डॉ. उदितराज ने कहा कि एससी एसटी कानून को लेकर लोगों को पूर्वाग्रह है। बिना गवाह तथा पर्याप्त सुबूत बिना कोई गिरफ्तारी नहीं होती। कुछ मामलों में आया है कि लोग इस कानून को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते है। दो अगड़ी जाति के लोग अपने बीच हुए विवाद में दलित को आगे कर मुकदमा लिखवा देते हैं।
अपना नजरिया बदलें लोग
सांसद ने कहा कि लोग इस कानून पर अपना नजरिया बदलें। दहेज व दुष्कर्म के कई फर्जी मामले लोग दर्ज कराते है। कोई भी नेता, सरकार व संगठन इनपर विरोध नहीं जताता। हालांकि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कुछ दिन पहले कहा कि देश मे 80 फीसद से ज्यादा दुष्कर्म के मामले फर्जी होते हैं। डॉ. उदितराज ने कहा कि तीन दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली है, जिसमें निजी क्षेत्र, प्रोन्नति व न्यायपालिका में आरक्षण की मांग होगी। इसमें सरकारी व गैर सरकारी पच्चीस संगठन भी हिस्सा लेंगे।
... जब खफा हो अकेले जाकर बैठे सांसद
कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलन के समय ज्यादा भीड़ जुटने पर सांसद डॉ उदितराज थोड़ा खफा हो गए और एकांत में जाकर बैठ गए। लोगों ने मनाने की कोशिश की तो कहा कि अब बीस मिनट बाद बोलूंगा तबतक तुम सब टीवी पर आरक्षण पर प्रसारित हो रहे कार्यक्रम को सुनो। जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने नाराजगी होने जैसी बात से इंकार करते हुए कहा कि कुछ पारिवारिक समस्या थी, जिसपर फोन आया था। इसलिए एकांत में बैठ कर फोन पर उसे सुलझा रहे थे।

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