अपनों से मिला अपमान बर्दाश्त न हुआ तो फांसी का फंदा बना मौत को लगा लिया गले
बिधनू में दो युवतियों के फांसी लगाकर खुदकशी करने के बाद घर वालों में कोहराम मच गया।
कानपुर, जेएनएन। बिधनू कस्बे में खुदकशी की दो घटनाओं ने लोगों को झकझोर दिया। दोनों में ही अपनो से मिले अपमान के बाद युवतियों ने मौत को गले लगा लिया। एक ने भाई की पिटाई से आहत होकर दूसरी ने मां की डांट से क्षुब्ध होकर फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के बाद दोनों के परिवारों में कोहराम मच गया। पुलिस ने दोनों घटनाओं की पड़ताल शुरू की है।
भाई की पिटाई से हो गई आहत
बिधनू निवासी बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी नत्थू लाल दिवाकर की 18 वर्षीय बेटी माया का मंगलवार शाम बड़े भाई दीपक से विवाद हो गया था। इसपर पिता ने दीपक की पिटाई कर दी। पिता की पिटाई से क्रोधित दीपक ने बहन माया को जमकर पीट दिया। भाई की पिटाई से आहत माया ने कमरे में जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद उसने पंखे के कुंडे से साड़ी के फंदे से फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। काफी देर तक वह बाहर नहीं आई तो संशकित घरवालों ने दरवाजे की कुंडी तोड़कर कमरे में देखा तो सन्न रह गए। स्वजनों ने फंदे पर लटक रहा उसका शव नीचे उतारा। घटना की जानकरी के बाद पहुंची पुलिस ने कार्रवाई की।
मां की डांट से क्षुब्ध थी युवती
बिधनू के दीनदयालपुरम निवासी चालक अमरपाल की 18 वर्षीय बेटी संगीता ने रसोई के रोशनदान से फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। मां रानी ने बताया कि मंगलवार शाम को खाना बनाने को लेकर उसने बेटी को डांट दिया था। इसके बाद वह दरवाजे पर बैठ गई थी। वह कुछ देर बाद वह रसोई में पहुंची तो देखा कि बेटी का शव साड़ी के फंदे से रोशनदान के सहारे लटक रहा था। वह चीखते हुए दरवाजे की ओर भागीं तो पड़ोसी एकत्र हो गए। पड़ोसियों ने फंदा काटकर शव नीचे उतारकर पुलिस को जानकारी दी। थाना प्रभारी पुष्पराज सिंह ने बताया कि दोनों ही युवतियों ने गृहकलह के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या की है।