CSA Agriculture University में अब बीएससी एजी में दो नए कोर्स, नौकरी मांगने नहीं देने वाले बनेंगे छात्र
सीएसए में अब एक्सिपीरियंस लर्निंग व वेदर मॉनीटरिंग कोर्स शामिल होंगे।
कानपुर, जेएनएन। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) नए सत्र से छात्रों को नौकरी मांगने वाला नहीं, रोजगार देने वाला बनने की शिक्षा देगा। उन्हें उद्यमिता विकास करने की प्रेरणा दी जाएगी। वह स्वयं का रोजगार स्थापित करने की दिशा में न सिर्फ सोचेंगे, बल्कि पढ़ाई के साथ इस पर काम कर सकेंगे। इसकी शुरुआत नए सत्र से हो जाएगी। विश्वविद्यालय में एक्सिपीरियंस लर्निंग और वेदर मॉनीटरिंग के दो नए कोर्स चालू होंगे। इनमें पढ़ाई के साथ कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी। यह कोर्स बीएससी एग्रीकल्चर (एजी) के पहले वर्ष में शुरू किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोर्स को संचालित करने की प्रक्रिया चालू कर दी है।
विश्वविद्यालय की रैंकिंग बेहतर करने की कवायद
नए कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने शिक्षा की गुणवत्ता और शोध कार्यों को बढ़ाने के लिए विभागाध्यक्षों से पांच साल की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की कमजोर कडिय़ों की रिपोर्ट बनाने के लिए कहा है। विश्वविद्यालय की रैकिंग बेहतर करने के लिए जहां नए कोर्स पर मंथन चल रहा है, वहीं कुछ अन्य तकनीकी संस्थानों के साथ करार पर विचार किया जा रहा है। सीएसए इस वर्ष उत्तर प्रदेश कंबाइंड एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन कर रहा है।
नए सत्र से मौसम आधारित कोर्स होंगे
डॉ. डीआर सिंह के मुताबिक आज के समय में मौसम की जानकारी और उसकी रिपोर्टिंग जरूरी है। नए सत्र से मौसम पर आधारित कोर्स को लागू किया जाएगा। छात्रों को फसल प्रबंधन के साथ ही वेदर मॉनीटरिंग की जानकारी मिल सकेगी।
फ्लोरीकल्चर पर नया विभाग
विश्वविद्यालय में फ्लोरीकल्चर पर नया विभाग खोलने की तैयारी चल रही है। इसमें फूलों की खेती और उसके प्रबंधन पर पढ़ाई होगी। फैकेल्टी और स्टाफ की भर्ती की जाएगी।