पटरियों पर खड़े हो ट्रेन को हाथ दिखा रोकने में दो दोस्तों ने गंवा दी जान
शराब पीने के बाद तीनों दोस्त सीओडी क्रासिंग पर पहुंच गए। पटरियों पर आकर ऐसी हरकत कर रहे थे, जैसे ट्रेन नहीं बस रोकने की कोशिश कर रहे हों।
कानपुर, जेएनएन। शनिवार की रात तीन दोस्त नशे में इस कदर होश खो बैठे कि रेल पटरी पर खड़े होकर हाथ ट्रेन को रोकने का प्रयास करने लगे। तीनों पटरी पर ट्रेन रुकने का इशारा करते हुए हाथ दिखाते हुए जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। इस बीच ट्रेन करीब आ गई और चपेट में आने से दो दोस्तों की मौत हो गई। हालांकि तीसरा दोस्त बाल-बाल बच गया। घटना की जानकारी होते ही पुलिस पहुंच गई और शिनाख्त के बाद परिजनों को सूचना दी। इससे दोनों के परिवारों में कोहराम मच गया।
पुलिस के मुताबिक राकेश सैनी (36) पुत्र रामचंद्र सैनी निवासी एकता नगर लखनऊ, विकास जोसफ (35) पुत्र गुड्डू जोसफ निवासी जेके फस्र्ट कॉलोनी, जाजमऊ अपने साथी पप्पू एडविन पुत्र गुड्डू निवासी लाल बंगला के साथ जा रहे थे और तीनों ने शराब पी हुई थी। सीओडी क्रासिंग के पास ट्रेन को आता देख तीनों दोस्त पटरियों पर आ गए और हाथ देकर ट्रेन रोकने की कोशिश करने लगे।
वह ऐसे व्यवहार कर रहे थे, जैसे ट्रेन नहीं कोई बस रोकने की कोशिश कर रहे हों। आसपास के लोग जबतक कुछ समझ पाते, ट्रेन बेहद करीब आ चुकी थी। इलाहाबाद से कानपुर आ रही मेमो ट्रेन के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाने की कोशिश की लेकिन तीनों उसकी चपेट में आ गए। हादसे के बाद चालक ने आगे जाकर ट्रेन रोक दी। इस बीच विकास ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि राकेश गंभीर रूप से घायल हो गया।
वहीं पप्पू एडविन को खरोंच तक नहीं आई। जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल राकेश को एलएलआर (हैलट) अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ ही देर बाद उसकी भी मृत्यु हो गई। इसके बाद पुलिस ने परिजन को हादसे की सूचना दी। जानकारी होते ही परिजन अस्पताल पहुंचे तो कोहराम मच गया।