स्मार्ट सिटी के खजाने में दो अरब, योजना देख रही राह
जागरण संवाददाता, कानपुर: स्मार्ट सिटी के खजाने में 2.15 अरब रुपये हैं लेकिन विकास कार्यो का ब्ल
जागरण संवाददाता, कानपुर: स्मार्ट सिटी के खजाने में 2.15 अरब रुपये हैं, लेकिन विकास कार्यो का ब्लू प्रिंट तैयार न होने और कुछ दिनों में आचार संहिता लागू हो जाने के बाद इस साल योजना का श्रीगणेश होता नजर नहीं आ रहा है। फिलहाल कार्य की गति को देखते हुए नहीं लगता कि तीन माह पहले किसी भी काम का टेंडर हो पाएगा।
स्मार्ट सिटी की कार्ययोजना तैयार करने के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट (पीएमसी) के लिए डेढ़ माह पहले दिल्ली की रुद्राभिषेक इंटरप्राइजेज कंपनी का चयन हो चुका है। अभी तक योजनाओं का टेंडर कराने के लिए प्रोजेक्ट तैयार नही हो पाया है। मजे की बात यह है कि यह पहली ऐसी स्मार्ट योजना है जिसमें काम शुरू होने से पहले नगर निगम के खजाने में 2.15 अरब रुपये आ चुके हैं। वहीं, जेएनएनयूआरएम योजना धन के अभाव के चलते फंसी पड़ी है। आसन्न निकाय चुनाव के चलते जल्द ही आचार संहिता लागू हो जाएगी। ऐसे में टेंडर भी नहीं हो पाएंगे। नए साल में ही काम शुरू होने की संभावना है।
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यह प्रमुख काम होने हैं
- 58 करोड़ से बनेगा स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स
- 6.12 करोड़ से पं. दीनदयाल स्मृति वाटिका
- 2.40 करोड़ से छह ओपेन जिम
- 3.36 करोड़ से ट्रांसफर स्टेशन
- 80 लाख से स्मार्ट पब्लिक टॉयलेट
-9.26 करोड़ से नगर निगम की फेस लिफ्टिंग बिल्डिंग
- 94 करोड़ रुपये से चुन्नीगंज वर्कशाप में स्किल डेवलपमेंट सेंटर
- ओल्ड एज होम भी बनेगा
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संबंधित योजना का सर्वे कराया जा रहा है। 14 सितंबर को कंपनी से अनुबंध हुआ है। खाका तैयार हो रहा है, टेंडर कराने में समय लगेगा।
-आरके सिंह, प्रभारी स्मार्ट सिटी