अंडरग्राउंड मेट्रो की 275 मिमी मोटी होगी टनल की दीवार
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक ने डी वाल से शुरू किया अंडरग्राउंड का कार्य
जागरण संवाददाता, कानपुर : उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने सोमवार को नवीन मार्केट में प्रस्तावित स्टेशन पर डी वाल (स्टेशन की सुरक्षा दीवार) के जरिए अंडरग्राउंड के कार्यों की औपचारिक रूप से शुरुआत की। उन्होंने बताया, तीन वर्ष में चुन्नीगंज से नयागंज तक अंडरग्राउंड का कार्य पूरा होगा। उन्होंने मकड़ी खेड़ा स्थित कास्टिग डिपो में टनल रिग बनाने के काम की भी शुरुआत की। मेट्रो के टनल की दीवार की मोटाई 275 मिलीमीटर होगी।
नवीन मार्केट में पूजन के बाद अंडर ग्राउंड का कार्य शुरू किया गया। इस मौके पर परेड मैदान की तरफ दीवार बनाने के लिए डी वाल के जाल को क्रेन के जरिए जमीन के अंदर भेजा गया। यह डी वाल 22 मीटर ऊंची, पांच मीटर चौड़ी और 80 सेंटीमीटर मोटी है। इसी के अंदर प्लेटफार्म व टिकट मिलने का स्थान बनेगा। लोहे के इस जाल में अब कंक्रीट बनाकर उसे दीवार का रूप दिया जाएगा। इन दीवारों से मेट्रो स्टेशन की दीवारें तैयार होंगी। नवीन मार्केट स्टेशन पर इस तरह की 104 दीवार उतारी जाएंगी। इस दीवार का काम शुरू होते ही चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा और नयागंज स्टेशन के बीच का अंडरग्राउंड काम शुरू हो गया। हालांकि टनल बोरिग मशीन के आने में चार पांच माह का समय है। मेट्रो प्रबंध निदेशक ने कहा कि अंडरग्राउंड का कार्य 40 से 45 दिन पीछे हो गया है क्योंकि टर्की से आए इंजीनियर बीमार होने से वापस चले गए थे। उन्होंने बताया कि सेंट्रल स्टेशन, झकरकटी बस अड्डा, ट्रांसपोर्ट नगर अंडरग्राउंड स्टेशन के टेंडर हो चुके हैं। अगले दो-तीन दिनों में यह जारी हो सकते हैं। बीआइसी की जमीन के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि इसके लिए टेक्सटाइल मंत्रालय में बात हो रही है, जल्दी ही राज्य सरकार से भी मीटिग होनी है। उन्होंने बताया कि अंडरग्राउंड स्टेशन में जगह को देखते हुए मामूली फेरबदल भी किए गए हैं। सीएसए से बर्रा आठ रूट के टेंडर भी एक से डेढ़ माह में हो जाएंगे। यह सिविल टेंडर हैं, जबकि ट्रैक, सिग्नल और ट्रैक्शन के टेंडर पहले ही एक साथ हो चुके हैं। प्राथमिक कारिडोर पर 15 नवंबर तक हर हालत में ट्रायल रन शुरू कर दिया जाएगा ताकि डेढ़ माह में मेट्रो का कामर्शियल रन शुरू किया जा सके। उनके साथ कानपुर मेट्रो के प्रोजेक्ट निदेशक अरविद कुमार भी थे।
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छह टुकड़ों को तैयार होगा एक वृत
अंडरग्राउंड टनल बनाने के लिए छह छोटे टुकड़े मिलाकर वृत बनाया जाएगा। इसका व्यास छह मीटर का होगा।