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एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा-मेरा विश्वास करिए, कानपुर में जल्द ही खुलेंगी टेनरियां Kanpur News

सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता में जानकारी दी।

By Edited By: Published: Thu, 14 Nov 2019 01:55 AM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 09:20 AM (IST)
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा-मेरा विश्वास करिए, कानपुर में जल्द ही खुलेंगी टेनरियां Kanpur News
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा-मेरा विश्वास करिए, कानपुर में जल्द ही खुलेंगी टेनरियां Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना और टेनरी बंदी पर पूछे गए सवालों पर एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दावा किया है कि जल्द ही कानपुर की टेनरियां खुलेंगी। उन्होंने कहा, मेरा विश्वास करिए, कानपुर में जल्द ही टेनरियां खुल जाएंगी। एसटीपी पर तेजी से काम हो रहा है। नया सीईटीपी भी बन रहा है। जैसे ही एसटीपी शुरू हो जाएगा, गंगा में सीधे नाले गिरना बंद हो जाएंगे और टेनरी चालू हो जाएगी। टेनरी संचालकों को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों का पालन करना होगा। चिंता मत करिए, जल्द ही बहुत कुछ होने वाला है। सरकार उद्यमियों के हित में लगातार काम कर रही है।

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सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे सिद्धार्थ ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के उद्यमियों को जल्द ही बड़ी सौगात देने जा रही है। खादी, जरी, जरदोजी समेत एक जिला एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) के तहत प्रदेश में 22 नए क्लस्टर खोलने की तैयारी हो गई है। लघु उद्यमियों को यहां आधुनिक तकनीक से प्रशिक्षित किया जाएगा। इन उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग की जाएगी। इसके लिए छह माह का मास्टर प्लान बनाया गया है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन समेत कई अन्य स्थानों पर ओडीओपी स्टोर खोले जाएंगे। अहमदाबाद स्थित स्टेच्यू ऑफ यूनिटी स्थल पर स्टोर खोल भी दिया गया है। शहर में होजरी क्लस्टर कब तक खुल जाएगा? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उद्यमी प्रस्ताव तैयार करके दें, मंत्रालय क्लस्टर बनवाकर देगा।

औद्योगिक क्षेत्रों में बदहाली के सवाल पर अवस्थापना निधि से विकास कार्य कराने का भरोसा दिया। नौकरी देने का काम केवल सरकार का नहीं, बेरोजगारी के बनेंगे नए मापदंड यह गलत है कि नौकरी देने का काम केवल सरकार का है। सरकार ने नौकरी नहीं दी तो बेरोजगारी बढ़ी है। सरकार विभिन्न योजनाओं ऋण देकर स्वरोजगार की तरफ बढ़ा रही है। वर्तमान में बेरोजगारी के मापदंड सही है, नीति आयोग नए मानक बना रहा है। अभी तो सरकार से लोन लेकर स्वरोजगार करने वाले व्यक्ति को भी बेरोजगार बता दिया जा रहा है।


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