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ये कैसा औचक निरीक्षण, पहले सूचना दी फिर बस अड्डे पर पहुंचे परिवहन मंत्री

अगवानी के लिए प्रवेश द्वार पर खड़े थे रोडवेज अधिकारी, 17 मिनट में निरीक्षण पूरा करने के बाद खानापूरी कर लौटे।

By Edited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 01:47 AM (IST)Updated: Fri, 28 Dec 2018 10:55 AM (IST)
ये कैसा औचक निरीक्षण, पहले सूचना दी फिर बस अड्डे पर पहुंचे परिवहन मंत्री
ये कैसा औचक निरीक्षण, पहले सूचना दी फिर बस अड्डे पर पहुंचे परिवहन मंत्री
कानपुर, जागरण संवाददाता। सर्किट हाउस में बिजली और परिवहन अधिकारियों संग समीक्षा बैठक के बाद पूर्वाह्न 11:15 बजे परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह झकरकटी बस अड्डे का औचक निरीक्षण करने की बात कहकर निकले। फ्लीट तो झकरकटी बस अड्डा पहुंची लेकिन आगे बढ़ गई। परिवहन मंत्री की फ्लीट गुजरने के करीब दस मिनट बाद एआरएम बस अड्डा पहुंचे, जिसके बाद साफ सफाई शुरू हुई। करीब डेढ़ घंटे बाद 12:44 बजे मंत्री का काफिला बस अड्डे पहुंचा। औचक निरीक्षण का आलम यह था कि एआरएम समेत कई अधिकारी उन्हें रिसीव करने बस अड्डे के प्रवेश द्वार पर खड़े थे। यहां एआरएम राजीव कटियार से उन्होंने संचालन और बस अड्डे के प्रवेश द्वार पर जाम के बाबत पूछा तो एआरएम ने पीआरडी जवानों की कमी बताकर और जवान मांगे। परिवहन मंत्री यहां 17 मिनट रहे और 1:01 मिनट पर चले गए।
जाम में फंसी फ्लीट
झकरकटी बस अड्डे पर जब मंत्री की फ्लीट पहुंची तो पुल पर जाम में फंस गई। करीब दस मिनट बाद सुरक्षा कर्मियों ने गाड़ियां निकलवाईं।
50 पिंक बसों को महिला ड्राइवर का इंतजार
परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं के लिए 50 पिंक बसें चलेंगी। बसें आ गई हैं लेकिन महिला चालक और परिचालक नहीं हैं। आयोग को भर्ती के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। वर्तमान में दो महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पिंक बसों में महिलाओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उसमें सुरक्षा के लिए स्विच होंगे जो किसी भी गड़बड़ी पर सीधे यूपी 100 तक सूचना पहुंचा देंगे।
कुंभ के लिए प्रदेश में 5500 बसें
उन्होंने बताया कि कुंभ के लिए प्रदेश में 5500 बसें लगाई गई हैं जबकि अकेले प्रयागराज में 500 बसें चलाई जा रही हैं। दूसरे राज्यों से भी अनुबंध कर रहे हैं ताकि वहां के यात्रियों को प्रयागराज पहुंचने में दिक्कत न हो। चालक परिचालक नियमित वर्दी पहनेंगे ताकि उनकी पहचान हो सके।
पीपीपी मॉडल से झकरकटी बनेगा मॉडल
परिवहन मंत्री ने बताया कि पीपीपी मॉडल से झकरकटी बस अड्डे की सूरत बदली जाएगी और उसे मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां यात्रियों को सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी। बेड़े में हर माह 250 नई बसें बसों की खस्ताहाल स्थिति के सवाल पर उन्होंने बताया कि प्रतिमाह बेड़े में 250 नई बसें शामिल की जा रही हैं। 600 पुरानी बसों को निकाला जा चुका है।
सीएनजी बसें चलेंगी
प्रदेश के मेरठ, मुरादाबाद समेत कुछ शहरों में सीएनजी बसें चलाने का अनुबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि डिपो में ही सीएनजी पंप खोलने का विचार है। रावतपुर से चलेगी रायबरेली-लखनऊ रूट की बसें झकरकटी बस अड्डे पर यात्री महेश मिश्रा, दीपक तिवारी, लल्लन यादव, शंकर मिश्रा आदि ने मंत्री से रावतपुर से लखनऊ व रायबरेली के लिए बस चलाने की मांग की। मंत्री के पूछने पर एआरएम ने एक माह में सेवा शुरू करने का आश्वासन दिया।

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