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ई-वे बिल की अवधि आधी किए जाने के विरोध में चार जनवरी को बंद रहेगा ट्रांसपोर्ट नगर

एक जनवरी से ई-वे बिल की समय अवधि आधी होने जा रही है। 100 किमी दूरी तक माल भेजने के लिए 24 घंटे मिलता था आरोप लग रहे थे ट्रांसपोर्टर एक ही ई-वे बिल का इस्तेमाल कई बार करते हैं।

By Moris SamuelEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 10:04 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 10:04 PM (IST)
ई-वे बिल की अवधि आधी किए जाने के विरोध में चार जनवरी को बंद रहेगा ट्रांसपोर्ट नगर
विरोध में चार जनवरी को ट्रांसपोर्ट नगर बंद रहेगा

कानपुर, जेएनएन। ई-वे बिल की अवधि आधी किए जाने के विरोध में चार जनवरी को ट्रांसपोर्ट नगर बंद रहेगा। इस दौरान लोडिंग, अनलोडिंग, डिलीवरी और बुकिंग सभी कुछ बंद रखा जाएगा। यह निर्णय बुधवार को यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की बैठक में लिया गया। इस बंदी का असर ट्रांसपोर्ट नगर से संचालित होने वाले 20 हजार ट्रकों पर पड़ेगा।

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 एक जनवरी से ई-वे बिल की समय अवधि आधी होने जा रही है। अभी 100 किमी दूरी तक माल भेजने के लिए 24 घंटे का समय ट्रांसपोर्टरों को मिलता था, लेकिन आरोप लग रहे थे कि बहुत से ट्रांसपोर्टर एक ही ई-वे बिल का इस्तेमाल कई बार कर लेते हैं, इससे राजस्व की क्षति हो रही है। इसे आधार बनाते हुए ई-वे बिल की अवधि एक जनवरी से आधी होने जा रही है। अब हर 200 किमी के लिए 24 घंटे का समय मिलेगा। इसके विरोध में बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित ट्रांसपोर्ट भवन में हुई यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सतीश गांधी ने कहा कि यह निर्णय पूरी तरह ट्रांसपोर्टरों के विरोध में है। बैठक में निर्णय लिया गया कि चार जनवरी को ट्रांसपोर्ट नगर बंद रखा जाएगा। उस दिन कोई नई बुकिंग नहीं की जाएगी। जो माल आ चुका होगा, उसकी लोडिंग नहीं की जाएगी। जो ट्रक बाहर से आएंगे, उनकी अनलोडिंग भी नहीं की जाएगी। शहर में किसी भी कारोबारी को डिलीवरी भी नहीं होगी। महामंत्री मनीष कटारिया, अजय कपूर, वाईपी सिंह, एबी त्रिपाठी, केसी शर्मा, आशू गांधी, यतीश सिंह, गुलशन छाबड़ा, हिमांशु गुप्ता, मंगल सिंह, गिरीश सिंह, अखिलेश शुक्ल, राघवेंद्र वर्मा, राजेंद्र सेठी, सुभाष अग्रवाल, विमल शुक्ला, चेतन कत्याल मौजूद रहे। 

इनका यह है कहना:

कानपुर लोहे की बड़ी मंडी है और यहां दूसरे राज्यों से माल आता है। इसके अलावा यहां से बाहर भी माल जाता है। ई-वे बिल की अवधि आधी करने का गलत असर पड़ेगा। 

- अतुल द्विवेदी, महामंत्री, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल

अब ई-वे बिल जितनी अवधि के लिए बनेगा, उतने समय में माल पहुंचाना ट्रांसपोर्टर के लिए भी मुश्किल होगा, ऐसे में बार-बार ई-वे बिल को एक्सटेंड करना पड़ेगा।

- उमंग अग्रवाल, महामंत्री, फीटा।

देश में हर जगह सड़कें, बाईपास, नो इंट्री की व्यवस्था ठीक नहीं है। इसका असर माल के परिवहन पर पड़ता है। लंबी दूरी में चालक को नींद भी पूरी करनी होती है।

- नवीन शर्मा, महामंत्री, मिल एंड मशीनरी एसोसिएशन।


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