'ट्रेनिंग क्लास' में सियासत सीखेंगे सपाई
हर हाल में लोकसभा चुनाव में अपना रिपोर्ट कार्ड सुधारने की जुगत में लगी सपा अब अपने कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : हर हाल में लोकसभा चुनाव में अपना रिपोर्ट कार्ड सुधारने की जुगत समाजवादी पार्टी में तेज होती जा रही है। भाजपा का विजय रथ रोकने को चिर प्रतिद्वंद्वी बसपा के गले में हाथ डालने के बाद सपा अब कार्यकर्ताओं को सियासत भी सिखाएगी। लाल टोपीधारी नौजवानों के लिए ट्रेनिंग क्लास शुरू होने जा रही है, जिसकी शुरुआत कानपुर से होगी।
समाजवादी पार्टी पिछला लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम चुनाव भले ही बुरी तरह हारी हो, लेकिन 'जय अखिलेश और जय समाजवाद' के नारे बुलंद करने वाले नौजवानों की ठीक ठाक संख्या अभी इस दल में है। अब इस युवा जोश को पार्टी सकारात्मक परिणाम के रूप में भुनाना चाहती है। शुक्रवार को अपने सम्मान समारोह के दौरान सपा प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम के दिमाग में यह 'आइडिया' आया। मर्चेट चैंबर हॉल खचाखच भरा था। वहां युवाओं में जोश तो था, लेकिन अनुशासनहीनता भी। स्थिति देख प्रदेशाध्यक्ष ने महानगर अध्यक्ष अब्दुल मुईन खां को निर्देश दिए कि इस युवा जोश का सही इस्तेमाल किया जाना जरूरी है। यह समाजवादी विचारधारा से तो जुड़े हैं, लेकिन समाज को कैसे जोड़ा जाए, यह सिखाना जरूरी है। उन्होंने इन कार्यकर्ताओं के लिए महानगर में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर लोकसभा चुनाव से पहले अनुशासित और जुझारू 'फौज' तैयार करने के लिए कहा है। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं की मदद लेने के निर्देश दिए हैं।
महानगर अध्यक्ष अब्दुल मुईन खां ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष का निर्देश मिलते ही इसकी रूपरेखा बनाना शुरू कर दिया है। हर विधानसभा क्षेत्र में खांटी समाजवादी और अनुभवी नेताओं को सूचीबद्ध कर रहे हैं। उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी कि पार्टी की मूल विचारधारा के साथ ही युवा कार्यकर्ताओं को सिखाएं कि जनता से जुड़ाव कैसे बढ़ेगा, लोगों की मदद कैसे की जाए। समझाया जाएगा कि कैसे आचरण से छवि खराब होती है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुछ-कुछ वार्डो के समूह बनाकर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।