उप्र कौशल विकास मिशन के तहत युवाओं को मिलेगी सर्विलांस की ट्रेनिंग
उप्र कौशल विकास मिशन ने इंटर पास युवाओं को सर्विलांस की ट्रेनिंग देकर न केवल ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराने की तैयारी है।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। डिजिटल युग में बढ़ती तकनीक के साथ ही चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। एक ओर जहां सूचना क्रांति के तहत हर हाथ में स्मार्ट फोन आ गया है तो दूसरी ओर इससे होने वाले अपराधों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में इन्हें रोकने की चुनौती भी मुंह बाए खड़ी है। उप्र कौशल विकास मिशन ने इंटर पास युवाओं को सर्विलांस की ट्रेनिंग देकर न केवल ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने का मन बनाया है बल्कि उन्हें इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराने की तैयारी भी कर रहा है।
उप्र कौशल विकास मिशन का स्थापना दिवस समारोह 15 से 21 के बीच शुरू हो रहा है। इसी बीच सर्विलांस के साथ ही हैंडीक्राफ्ट, इंस्ट्रूमेशन, ऑटोमेशन और कम्युनिकेशन के चार नए ट्रेडों की शुरुआत होगी। 50 से 500 घंटे की ट्रेनिंग वाली इन चारों ट्रेडों में प्रशिक्षण के बाद नौकरी के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। निश्शुल्क प्रशिक्षण के लिए बेरोजगारों को अपना पंजीयन कराना होगा।
ऑनलाइन पंजीयन कराएं बेरोजगार
उप्र कौशल विकास मिशन के उप निदेशक डीके वर्मा ने बताया कि कौशल विकास मिशन के तहत कोई तकनीकी प्रशिक्षण ले सकता है। योग्यता के अनुसार अलग-अलग विधाओं में प्रशिक्षण पाने का अवसर मिलेगा। प्रशिक्षण के लिए वेबपोर्टल (यूपीएसडीएम.जीओवी.इन) पर पंजीयन कराया जा सकता है।
स्थापना दिवस पर कई कंपनियों से नौकरी देने का करार किया जाएगा। कौशल विकास की प्रदर्शनी के साथ ही मिशन की योजनाओं से भी युवाओं को परिचित कराने का प्रयास किया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। नई ट्रेडें युवाओं को तकनीक से जोड़ेंगी।
- राजेश कुमार, एमडी, उप्र कौशल विकास मिशन
एक नजर
-प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगार-66 लाख
-कौशल विकास के लिए पंजीयन-46 लाख
-प्रशिक्षण की आयु सीमा-14 से 35 वर्ष
-सरकारी प्रशिक्षण केंद्र-237
-निजी प्रशिक्षण केंद्र-138
-प्रशिक्षण के सेक्टर-53
-प्रशिक्षण की ट्रेडें-654
-प्रशिक्षण के लिए इनरोल-चार लाख
-प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार- दो लाख
-प्रशिक्षण के बाद नौकरी मिली-1.38 लाख