रफ्तार से जा रही ट्रेन के इंजन का फ्रंट मिरर उखड़कर हवा में उड़ा, लोको पायलट घायल Auraiya News
अच्छलदा और पाता स्टेशन के बीच घटना के बाद दो घंटे तक मेमू ट्रेन खड़ी रही।
औरैया, जेएनएन। अच्छलता और पाता स्टेशन के बीच एक बड़ा हादसा टल गया। रफ्तार पकड़ चुकी शिकोहाबाद मेमू ट्रेन के इंजन का फ्रंट मिरर उखड़कर तेज हवा में उड़ गया, इससे चपेट में आए लोको पायलट घायल हो गए। घटना के बाद करीब दो घंटे तक ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही, जिससे परेशान यात्रियों ने हंगामा भी किया। बाद में मालगाड़ी का इंजन लगाकर ट्रेन को रवाना किया जा सका।
शनिवार की सुबह अच्छल्दा स्टेशन से शिकोहाबाद-कानपुर मेमू चली थी। ट्रेन काफी रफ्तार पकड़ चुकी थी तभी अचानक इंजन के आगे लगा शीश उखड़कर तेज हवा में उड़ गया। अचानक केबिन में आए तेज हवा के झोंके से संतुलन खो देने से लोको पायलट भी चुटहिल हो गए। उन्होंने किसी तरह ट्रेन को रोक दिया और फिर कंट्रोल को सूचना दी।
कंट्रोलर के निर्देश के बाद ट्रेन को धीमी गति से ले जाकर पाता स्टेशन की लूप लाइन पर ले जाकर खड़ा किया। फफूंद स्टेशन अधीक्षक ने मालगाड़ी का इंजन भेजा। इस दौरान पाता में करीब दो घंटे तक मेमू खड़ी रही, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं फंफूद स्टेशन पर इंतजार कर रहे दैनिक यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। मालगाड़ी का इंजन लगाकर मेमू को 10:30 बजे रवाना किया गया।
इसलिए हुई अधिक समस्या
इंजन का फ्रंट मिरर न होने से लोको पायलट को ट्रेन चलाना मुश्किल होता है। स्पीड पकडऩे पर तेज हवा सीधे केबिन में आती है और उसके सामने लोको पायलट का खड़ा रह पाना संभव नहीं हो सकता है। इसके साथ ही तेज हवा के चलते पायलट सामने भी नहीं देख सकता है। यही वजह रही कि धीमी गति से ट्रेन को स्टेशन पर लाने के बाद दूसरा इंजन लगाया गया।