दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा, तीन कर्मचारी निलंबित Kanpur News
पनकी केंद्र पर पांच माह से तीन कर्मी घर बैठे ले रहे थे वेतन अब बर्खास्तगी की भी तैयारी।
कानपुर, [दिग्विजय सिंह]। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के पनकी केंद्र पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रियल कंसल्टेंट्स लिमिटेड (यूपिको) से संचालित इस केंद्र पर तैनात तीन कर्मचारियों ने घर बैठे ही पांच माह का वेतन ले लिया। मामला पकड़ में आने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। अनुपस्थिति के समय लिए गए वेतन की रिकवरी करने के साथ ही उन्हें बर्खास्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। यूपिको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र सिंह को मामले की जांच दी गई है।
योजना के तहत गरीब युवाओं को विभिन्न ट्रेड में दक्ष कर उन्हें नौकरी दिलाना है। नौकरी छोटी नहीं बल्कि नामी कंपनियों में दिलानी है ताकि युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहे। इसकी जिम्मेदारी सरकार ने यूपिको को दी है। छह माह पहले शुरू हुए पनकी के केंद्र में पिछले दिनों 260 युवाओं को प्रशिक्षित कर चार पहिया वाहनों के पाट्र्स बनाने वाली कुछ कंपनियों में उन्हें नौकरी दिलाई गई।
इसी दौरान यह बात सामने आई कि यहां तैनात लैब असिस्टेंट अतुल मिश्रा, कंसल्टेंट रमेश कुमार, अटेंडेंट सौरभ मिश्रा पांच माह से अधिक समय से गायब हैं। इस अवधि में उन्हें वेतन भी मिला। प्राथमिक दृष्टि से आरोप सही मिलने पर प्रबंध निदेशक प्रवीण कुमार सिंह ने इन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र सिंह को जांच 15 दिनों में पूरी करने के आदेश दिए गए हैं। जांच के दौरान उन कर्मियों की भूमिका भी जांची जाएगी जिन्होंने उपस्थिति प्रमाणित की।
ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होगी
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद अब हर अधिकारी-कर्मचारी से लोकेशन आधारित उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है। कौन कर्मचारी कहां है उसकी लोकेशन अब मोबाइल से ही मिल रही है। यूपकिो एमडी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि दोषियों को निलंबित कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।