उन्नाव में जलाकर मारी गई दुष्कर्म पीड़िता का 6 वर्षीय भतीजा लापता, तीन पुलिस कर्मी सस्पेंड
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में मृतका के स्वजनों ने दुष्कर्म मामले में आरोपितों के स्वजनों पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया है गांव में एसपी व डीएम के बाद आइजी रेंज ने भी पहुंचकर पूछताछ और जांच की।
उन्नाव, जेएनएन। बिहार थानाक्षेत्र के एक गांव में दुष्कर्म का मुकदमा वापस न लेने पर जलाकर मारी गयी युवती का छह वर्षीय भतीजा शुक्रवार शाम अचानक लापता हो गया। रात में ही स्वजन ने मामले में आरोपित पक्ष पर पर उसके अपहरण का आरोप लगा तहरीर थाने में दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीन महिलाओं समेत पांच लोगों को रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं मामला बड़ा होने से एसपी व डीएम के अलावा आइजी रेंज भी मौके पर पहुंची। आइजी ने पीडि़ता के स्वजन की सुरक्षा में लगे तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए बच्चे का जल्द से जल्द पता लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।
बिहार थानाक्षेत्र के एक गांव निवासिनी युवती बीती 5 दिसम्बर 19 की भोरपहर रायबरेली जाने के लिए बैसवारा रेलवे स्टेशन जा रही थी। तभी रास्ते में उसको जिंदा जलाया गया था। इसके बाद उसने इलाज के दौरान दिल्ली में दम तोड़ दिया था। इसमें पांच लोगों को आरोपित बनाते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
मामले ने शुक्रवार देर रात उस समय अचानक मोड़ लिया जब पीडि़ता के भाई का छह साल का बेटा अचानक लापता हो गया। स्वजन ने थाने में इसकी सूचना दी मृतका की बहन ने गांव निवासी आरोपितों के संंबंधितों में कैप्टन बाजपेयी, सरोज त्रिवेदी, अनीता त्रिवेदी, सुंदरा लोधी व हर्षित के खिलाफ अपहरण किये जाने की तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
एसपी ने सीओ केएस कनौजिया व एसओ संतोष कुमार सिंह को निर्देशित किया कि टोलियां बनाकर बच्चे की खोज कराएं। वहीं, एहतियातन गांव में बीघापुर, बारासगवर, अचलगंज व पुरवा आदि थानों का फोर्स भी तैनात कर दिया गया। उधर, पुलिस ने आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
आइजी ने सस्पेंड किए तीन पुलिस कर्मी
मामले को एडीजी जोन एसएन साबत ने संज्ञान में लिया और उनके निर्देश पर आइजी रेंज लक्ष्मी सिंह दोपहर में गांव पहुंची। उन्होंने मृतका के भाई के गनर नारेंद्र कुमार यादव, बहन की सुरक्षा में लगी महिला सिपाही अनुज व सिपाही राजेश कुमार को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि ये लोग समय से सूचना देते तो बच्चा मिल सकता था। कहा कि पहली प्राथमिकता बच्चे को ढूंढना है। इसके लिए उन्नाव, लखनऊ व रायबरेली की टीमें भी लगाई गई हैं।