घर से बिना बताए गंगा नहाने बिठूर पहुंचे चार दोस्त, एक डूबा, दो को नाविकों ने बचाया
तीन दोस्त गंगा में नहाने के लिए चले गए जबकि चौथा दोस्त कपड़ों की सुरक्षा के लिए गंगा किनारे बैठ गया।
कानपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के चार दोस्तों ने सावन माह के तीसरे सोमवार को गंगा नहाने की योजना बनाई और सुबह घर पर बिना बताए बिठूर घाट पर पहुंच गए। गंगा में स्नान करते समय गहराई में जाने से तीन दोस्त डूबने लगे तो दो को नाविकों ने सुरक्षित बाहर निकला लिया, जबकि एक दोस्त गंगा की लहरों में बह गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उसकी तलाश शुरू कराई है। वहीं जानकारी के बाद घाट पर पहुंचे स्वजनों में कोहराम मच गया है।
घर पर बिना बताए कैब से पहुंचे थे बिठूर
कल्याणपुर के राजकीय उन्नयन बस्ती निवासी 14 वर्षीय पियूष और 15 वर्षीय अजय सिंह अपने दोस्तों कल्याणपुर साहब नगर निवासी 16 वर्षीय शिवम और 16 वर्षीय युसूफ के साथ सावन के सोमवार को गंगा स्नान के लिए कैब से सुबह करीब 11 बजे बिठूर पहुंचे थे। चारों दोस्त कल्याणपुर के जवाहरलाल नेहरू इंटर कालेज के छात्र है। पियूष, अजय और युसूफ आठवीं, जबकि शिवम नौवी का छात्र है। बिठूर के सीता घाट पर पियूष, युसूफ और अजय गंगा में नहाने के लिए चले गए, जबकि शिवम उनके कपड़ों की सुरक्षा के लिए किनारे पर बैठकर उन्हें देखने लगा।
गहराई में जाने से रोका पर नहीं माना पियूष
नहाने के दौरान पियूष गहराई में जाने लगा तो युसूफ और अजय ने उसे रोका। गहराई मापने की बात कहते हुए पियूष आगे बढ़ा और अचानक गंगा नदी में डूबने लगा। उसे डूबता देख युसूफ और अजय ने बचाने की कोशिश की लेकिन दोनों भी डूबने लगे। दोस्तों को डूबता देखकर किनारे बैठे शिवम ने शोर मचाया तो पास ही मौजूद नाविकों ने गंगा में डूब रहे यूसफ और अजय को बचा लिया लेकिन पियूष तेज बहाव में बह गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से गंगा में पियूष की तलाश शुरू कराई और उसके स्वजनों को सूचना दी।बिठूर थानप्रभारी कौशलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया गोताखोरों को लगाकर डूबे युवक की तलाश करवाई जा रही है।
बदहवास हो गए स्वजन
घटना की जानकारी पर आए पियूष के पिता राकेश, माँ रजनी, बहन रवीना और बड़े भाई गोलू बदहवास हो गए। रजनी ने बताया पियूष उससे दस रुपये लेकर गया था लेकिन उसने यह नहीं बताया था कि वह गंगा नहाने जा रहा है। बहन रवीना ने बताया 13 दिन पहले 7 जुलाई को पीयूष का जन्मदिन मनाया गया था और पापा ने घर पर एसी लगवाकर पियूष को तोहफा दिया था। वहीं घटना के बाद से तीनों दोस्त बदहवास है।