Move to Jagran APP

पुलिस अंकल ! हमे बचाओ, थाने में तीन बच्चों की दास्तां सुन पसीज गई पुलिस

कानपुर देहात के रसूलाबाद थाने पहुंचकर तीन भाई-बहनों की दर्द भरी दास्तां सुनकर पुलिस कर्मी भी पसीज गए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2020 03:56 PM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2020 03:56 PM (IST)
पुलिस अंकल ! हमे बचाओ, थाने में तीन बच्चों की दास्तां सुन पसीज गई पुलिस
पुलिस अंकल ! हमे बचाओ, थाने में तीन बच्चों की दास्तां सुन पसीज गई पुलिस

कानपुर, जेएनएन। कानपुर देहात के रसूलाबाद थाने में मंगलवार की दोपहर पहुंचे तीन बच्चे बोले- पुलिस अंकल हमे बचा लो..., हमारा जीना दुश्वार हो गया है। उन्हें पास बुलाकर प्रभारी ने दर्दभरी दास्ता सुनीं तो पुलिस कर्मियों के दिल भी पसीज गए। एसएसआई ने बच्चों से तहरीर लेकर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन देकर उन्हें घर भेज दिया।

loksabha election banner

रसूलाबाद के तिश्ती गांव में रहने वाले प्रवीण कुमार की बेटी नीतू, बेटा ऋषभ और 9 वर्षीय राजा मंगलवार की दोपहर थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि मां की काफी पहले मौत हो गई थी और बीमार पिता भी शुगर के रोगी हैं। किसी तरह से वह सब्जी की दुकान लगाकर खुद और पिता का भरण पोषण करते हैं। बच्चों ने बताया कि चाचा अवधेश उन्हें परेशान करता है, पैसे भी छीनकर ले जाता है। घर आकर पिता को जबरन शराब पिलाकर कहता है कि इससे शुगर ठीक हो जाएगी। पिता को शराब पिलाने से रोकने पर वह उन्हें पीटता है।

दर्दभरी दास्तां सुनाते हुए नीतू फूट फूटकर रोने लगी तो पुलिस कर्मियों के दिल भी पसीज गए। तीनों को शांत कराया और पुलिस के साथ उन्हें घर भेजा लेकिन चाचा अवधेश नहीं मिला। थाना प्रभारी एसएसआई सुखबीर यादव ने बताया कि बच्चों से तहरीर ली गई है। अवधेश को जल्द ही पकड़ा जाएगा और बच्चे सही से अपने घर में रह सके यह सुनिश्चित किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.