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एलएलआर अस्पताल में आयुष्मान मरीजों के लिए होगा अलग काउंटर, 24 घंटे मिलेंगी दवाएं Kanpur News

अब दवाओं के लिए नहीं भटकेंगे आयुष्मान लाभार्थी एवं परिजन अस्पताल की तरफ से ही मुहैया कराई जाएंगी।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 11:38 PM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 11:38 PM (IST)
एलएलआर अस्पताल में आयुष्मान मरीजों के लिए होगा अलग काउंटर, 24 घंटे मिलेंगी दवाएं Kanpur News
एलएलआर अस्पताल में आयुष्मान मरीजों के लिए होगा अलग काउंटर, 24 घंटे मिलेंगी दवाएं Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। आयुष्मान भारत (प्रधानमंत्री जन आरोग्य) योजना के लाभार्थी एलएलआर अस्पताल (हैलट) में अब दवाओं के लिए नहीं भटकेंगे। उनकी परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने आयुष्मान के लिए अलग औषधि काउंटर खोलने का निर्णय लिया है। जहां से मरीजों को हर तरह की दवाएं 24 घंटे मुहैया कराई जाएंगी। दवाएं रेट कांट्रेक्ट के जरिये खरीदी जाएंगी।

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आयुष्मान लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए शासन की तरफ से एलएलआर अस्पताल प्रशासन पर दबाव है। मरीज भर्ती भी होते हैं लेकिन उन्हें दवाओं के लिए 10-20 दिनों तक इंतजार कराया जाता है। कई बार आयुष्मान मित्र आधी दवाएं मुहैया कराकर सभी दवाएं देने की बात लिखा लेते हैं। ऐसे शिकायतें लगातार जनशिकायत पोर्टल पर भी हो रही हैं। इसी को देखते हुए एलएलआर अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने नई व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। आयुष्मान लाभार्थियों के लिए अलग औषधि काउंटर खोला जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी फार्मासिस्ट संभालेंगे। वहां सभी प्रकार की दवाएं मिलेंगी।

इमरजेंसी-ओटी के लिए सुबह-शाम की सुविधा

इमरजेंसी में भर्ती आयुष्मान मरीज एवं जिनके ऑपरेशन होने हैं, उनके लिए ही सुबह और शाम दवाएं दी जाएंगी। इसके लिए विभागों के कंसल्टेंट इमरजेंसी एवं ओटी की सिस्टर इंचार्ज के माध्यम से ही दवाएं मंगाएंगे। इंडेंट पर कंसल्टेंट के हस्ताक्षर न होने पर दवाएं नहीं मिलेंगी।

पांच मरीजों का रखना होगा रिजर्व स्टॉक

मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, ईएनटी, नेत्र रोग, बाल रोग, आइसीयू एवं इमरजेंसी में पांच आयुष्मान मरीजों के लिए रिजर्व स्टॉक रखना होगा। इस स्टॉक को हमेशा मेंटेन करना होगा।

विभागों में तैनात होंगे आयुष्मान मित्र

हर विभाग में आयुष्मान मित्र तैनात होंगे, जो मरीजों के पंजीकरण तथा इलाज में मदद करेंगे। मेडिसिन, सर्जरी, आर्थोपेडिक, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में दो-दो और नेत्र रोग, ईएनटी एवं बाल रोग में एक-एक आयुष्मान मित्र तैनात होंगे।

प्रमुख अधीक्षक का ये है कहना

आयुष्मान मरीजों को दवाएं, इलाज एवं इंप्लांट न मिलने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। आयुष्मान मित्र मरीजों की मदद के बजाय दवाएं लाने में व्यस्त थे। मरीजों की सुविधा के लिए व्यवस्था में बदलाव का निर्णय लिया गया।

-प्रो. आरके मौर्या, प्रमुख अधीक्षक एलएलआर अस्पताल।  


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