कोरोना वैक्सीनेशनल के पूर्वाभ्यास में प्रत्येक बूथ पर रहेंगे 15 हेल्थ वर्कर
कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) जिले में 11 जनवर को ।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) जिले में 11 जनवरी को होगा। जिले में सभी 67 वैक्सीनेशन सेंटर के 100 सेशन साइट (टीकाकरण बूथ) पर पूर्वाभ्यास चलेगा। इसके लिए गुरुवार को शासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है। इस बार प्रत्येक बूथ पर 15-15 हेल्थ वर्कर बुलाए जाएंगे, जिनपर पूर्वाभ्यास किया जाएगा।
सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों पूरी हो चुकी हैं। शासन एक बार 75 जिलों के छह-छह वैक्सीनेशन सेंटर के दो-दो पर पूर्वाभ्यास कर चुका है। दूसरे चरण में जिले के 100 बूथ पर एक साथ वैक्सीनेशन किया जाएगा। पूर्वाभ्यास का उद्देश्य है कि तैयारियों को परखना, ताकि किसी तरह की चूक न होने पाए। पहली बार हुए पूर्वाभ्यास में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या समाने आई थी। इसलिए इस बार मोबाइल के अलावा लैपटॉप के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। ताकि कोविन एप में हेल्थ वर्कर की सूचनाएं फीड करने में दिक्कत न होने पाए। सीएमओ ने उम्मीद जताई कि इसके बाद ही कोरोना वैक्सीनेशन की तिथि शासन से मिलने की उम्मीद है।
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एनएनएम का रोल अहम
एएनएम रोल अहम है। उन्हें ही वैक्सीन लगानी है। साथ ही मोबाइल या लैपटॉप पर ऑनलाइन डाटा फीड करना है। इसलिए उन्हें दोबारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। कायाकल्प पुरस्कार के लिए कांशीराम अस्पताल का वर्चुअल निरीक्षण
जागरण संवाददाता, कानपुर : कायाकल्प योजना के राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए गुरुवार को कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय एवं ट्रामा सेंटर का वर्चुअल निरीक्षण किया गया। टीम ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं व व्यवस्थाओं को देखकर संतुष्टि जताई। कुछ खामियां मिलने पर उन्हें दूर करने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश सचान ने बताया कि गुरुवार को वर्चुअल निरीक्षण के दौरान डॉ. पंकज माथुर, मिर्जापुर के जिला परामर्शदाता डॉ. प्रियंका त्रिपाठी एवं कार्यक्रम समन्वयक चारु शुक्ला ने अस्पताल में साफ-सफाई, रखरखाव, बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, स्वच्छता के उपाय, अस्पताल के बाउंड्रीवॉल के आस-पास के क्षेत्र को देखा। पुरस्कार के तहत सर्वाधिक अंक लाने पर 50 लाख रुपये और दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने पर क्रमश: 30 लाख और दस लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। इस दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ केएस मिश्रा व कायाकल्प के परामर्शदाता डॉ. आरिफ मौजूद रहे।