जीटी रोड पर मेट्रो ट्रैक के काम को सैद्धांतिक सहमति
मेट्रो प्रोजेक्ट के धरातल पर आने की उम्मीद जगी है। मेट्रो को जीटी रोड पर काम करने की सैद्धांतिक सहमति मिल गइ्र है।
जागरण संवाददाता, कानपुर :
मेट्रो प्रोजेक्ट के धरातल पर आने की उम्मीद जगी है। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए धनराशि का प्रबंध करने में जुटी हुई है वहीं केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने आइआइटी से मोतीझील तक मेट्रो ट्रैक बनाने को सैद्धांतिक सहमति दे दी है।
मेट्रो के लिए शहर में दो रूट चयनित किए गए हैं। एक रूट आइआइटी से मोतीझील, बड़ा चौराहा, घंटाघर होते हुए नौबस्ता तक जाना है तो दूसरा सीएसए से विजय नगर होते हुए बर्रा आठ तक जाएगा। पहले चरण में मोतीझील से आइआइटी तक नौ किलोमीटर का ट्रैक बनाया जाना है। प्रत्येक एक किलोमीटर पर स्टेशन बनाए जाएंगे। जीटी रोड केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के अधीन है। यही वजह है कि लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन प्रबंधन ने विभाग से एलीवेटेड ट्रैक बनाने के लिए एनओसी मांगी थी। प्रस्ताव मंत्रालय भेजा गया था। वित्त मंत्रालय ने पूरे प्रोजेक्ट को मंजूरी दी तो सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भी खोदाई के लिए सैद्धांतिक सहमति दे दी है। बताया जा रहा है कि माह के अंत तक मंजूरी भी मिल जाएगी। मोतीझील से आइआइटी तक ट्रैक बिछाने में कुल 734 करोड़ रुपये लागत आएगी।
पहले चरण के स्टेशन
आइआइटी, कल्याणपुर रेलवे स्टेशन के सामने, एसपीएम अस्पताल बगिया क्रासिंग के पास, सीएसजेएमयू, पालीटेक्निक चौराहा, गीता नगर, रावतपुर रेलवे स्टेशन, एलएलआर अस्पताल, मोतीझील स्टेशन बनने हैं।
अभी रुका है यार्ड का काम
पालीटेक्निक में यार्ड का निर्माण पिछले कई महीने से रुका हुआ है। अब प्रोजेक्ट के लिए वित्तीय संसाधन जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही यह तय हो जाएगा कि धन कहां से मिलेगा। धन मिलते ही काम शुरू होगा।