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गरीबों व असहायों की मिटा रहे भूख

जागरण संवाददाता, कानपुर : महंगाई के इस दौर में जहां दो जून की रोटी का प्रबंध करना आसान बात न

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Aug 2017 01:27 AM (IST)Updated: Mon, 21 Aug 2017 01:27 AM (IST)
गरीबों व असहायों की मिटा रहे भूख
गरीबों व असहायों की मिटा रहे भूख

जागरण संवाददाता, कानपुर : महंगाई के इस दौर में जहां दो जून की रोटी का प्रबंध करना आसान बात नहीं, वहीं एक संस्था हर माह 100 जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री उपलब्ध करा रही है। यह संस्था है माता गुजरी जी भलाई केंद्र। संस्था का मुख्य केंद्र अमृतसर में हैं, जहां 3500 परिवारों को हर माह राशन दिया जाता है।

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11 साल पहले संस्था के अध्यक्ष इंदरजीत सिंह अमृतसर गए थे और वहां उन्होंने उक्त संस्था के माध्यम से जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री वितरित होते देखी। वहां से शहर लौटने के बाद अपने परिचितों और सहयोगियों से चर्चा कर इस काम की शुरुआत करने की योजना बनाई। कुछ एक परिवारों को जब संस्था के माध्यम से राशन का सामान मिला तो उनके द्वारा संस्था की जानकारी तमाम जरूरतमंदों तक पहुंची। फिर कारवां बनता गया और संस्था के अधिकृत नौ सदस्यों ने 50 से अधिक लोगों का समूह तैयार कर इस काम के लिए सभी से सहयोग लेना शुरू कर दिया। मौजूदा समय में 100 परिवारों को कोई अपने घर से हर माह आटा देता है तो कोई चावल।

36 माह का राशन कार्ड खुद बनाती संस्था : संस्था के पदाधिकारियों ने कहा जिस परिवार को राशन दिया जाता है। उसमें खासतौर से महिला का राशन कार्ड (36 माह के लिए) संस्था खुद बनाती है। हर माह 800 रुपये कीमत का दाल, चावल, आटा समेत अन्य सामग्रियां दी जाती हैं। कार्ड बनवाने वाले व्यक्ति की पूरी जानकारी भी संस्था के पदाधिकारी स्वयं जुटाते हैं। उसके बाद ही राशन दिया जाता है। जिन महिलाओं के पति नहीं हैं और उनके बच्चे की उम्र 16 साल से कम है, ऐसे परिवारों का चयन संस्था करती है।

एलएलआर अस्पताल में हर हफ्ते देते हैं खाना : संस्था के पदाधिकारी हर हफ्ते एलएलआर अस्पताल (हैलट) में असहाय मरीजों व उनके तीमारदारों को भोजन देते हैं। कुल 16-17 पदाधिकारी अलग-अलग वार्डो में खाना लेकर पहुंचते हैं और लोगों की भूख मिटाते हैं।


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