हादसे ने छीन लीं तीन परिवारों की खुशियां
मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे ने शहर के तीन परिवारों को जिंदगी भर का गम दे दिया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे ने शहर के तीन परिवारों को जिंदगी भर का गम दे दिया। हादसे में मीरपुर छावनी निवासी मां बेटे तो जाजमऊ व ताड़बगिया के उनके दो रिश्तेदारों ने अपनी जान गवां दी।
रेलवे में पार्सल का काम करने वाले मीरपुर छावनी निवासी अब्दुल वहीद की बेटी के लिए परिवार वाले दिल्ली में रिश्ता देखने जा रहे थे। होंडा सिटी कार में अब्दुल का बेटा अब्दुल रईस, मां शाहजहां बेगम, उनकी रिश्ते में लगने वाली बहन ताड़बगिया जाजमऊ निवासी शाईजहां बेगम व अब्दुल वहीद के चचेरे भाई अहमद, जाजमऊ निवासी मुईनद्दीन सवार थे। सभी लोगों को परिजनों ने हंसी-खुशी विदा किया। आधे रास्ते से ही मौत की खबर आई तो सभी का कलेजा फट उठा। परिवारीजन गमजदा हो बदहवास हो गए। शाहजहां बेगम की बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं पिता अब्दुल वहीद का कहना था कि मेरा तो सब कुछ एक झटके में छिन गया। चमड़ा व्यापारी मुईनद्दीन के बेटे इमामु को जैसे ही सूचना मिली वह मथुरा के लिए निकल पड़े। ताड़बगिया निवासी शाईजहां बेगम के पति मुजाहिद भी फूट-फूटकर रोने लगे और बच्चों को बिना कुछ बताए मथुरा के लिए निकल गए। उन्होंने नादान बच्चों को मां की मौत की खबर भी नहीं बताई। वह इसी इंतजार में रहे कि मां लौटकर आएगी लेकिन उन्हें क्या पता था कि अब वह दुनिया से दूर जा चुकी है।
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दोस्तों की शान था अब्दुल रईस
अब्दुल रईस व्यवहार कुशल युवक था। दोस्तों व इलाके में सभी उसको चाहते थे। उसकी मौत की खबर सुन इलाके के लोग विश्वास नहीं कर पा रहे थे।