छह अक्टूबर को शहर आ सकते हैं राष्ट्रपति, प्रशासन कर रहा तैयारी
झंडागीत के रचनाकार पद्मश्री श्याम लाल गुप्त पार्षद के नाम पर निर्मित पुस्तकालय व प्रवेश द्वार का अनावरण प्रस्तावित है।
जेएनएन, कानपुर : राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद छह अक्टूबर को नर्वल आ सकते हैं। राष्ट्रपति भवन से उनके कार्यक्रम के लिए प्रशासन को तैयारी करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही पार्षद स्मृति संस्थान के पदाधिकारियों से भी अफसरों ने बात की है। संस्थान के समन्वयक सुरेश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार रात राष्ट्रपति भवन से फोन पर नर्वल में चल रहे विकास कार्यो की जानकारी ली गई। राष्ट्रपति की इच्छा पर ही नर्वल में झंडागीत के रचनाकार पद्मश्री श्याम लाल गुप्त पार्षद के नाम पर पुस्तकालय व प्रवेश द्वार बनवाया गया है। निर्माण पूरा हो चुका है, जिसकी जानकारी राष्ट्रपति भवन को भेजी जा चुकी है। पुस्तकालय व प्रवेश द्वार के लोकार्पण के साथ ही क्रांतिकारियों और गांधीवादी गतिविधियों का केंद्र रहे गणेश सेवा आश्रम में स्थापित पार्षद प्रतिमा का अनावरण राष्ट्रपति द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही राष्ट्रपति चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में प्रस्तावित महिलाओं के कार्यक्रम में भी भाग ले सकते हैं। राष्ट्रपति के कार्यक्रम के संबंध में कोई अधिकृत कार्यक्रम तो नहीं आया है, लेकिन राष्ट्रपति भवन से जिलाधिकारी को कार्यक्रम की तैयारी शुरू करने के लिए कहा गया है। नगर निगम की ओर से राष्ट्रपति का नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। - - - - - - - - - - - - - - -
सीएसजेएम विवि में आएगा अटल जी का शैक्षिक रिकॉर्ड
आगरा से पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का शैक्षणिक रिकॉर्ड अब छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर भी भेजा जाएगा। आंबेडकर विश्वविद्यालय दस्तावेज स्कैन करा रहा है। डीएवी कॉलेज कानपुर से अटल जी ने वर्ष में राजनीति शास्त्र में एमए किया था। उस समय यह कॉलेज आगरा से संबद्ध था। शुक्रवार को राज्यपाल राम नाईक ने मथुरा में अटल जी का शैक्षणिक रिकॉर्ड मिलने की घोषणा की थी। इसके बाद आंबेडकर विवि के कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित ने रिकॉर्ड को सार्वजनिक कर दिया था। जिस किताब में अटल जी का रिकॉर्ड दर्ज है, वह 70 साल पुरानी है। उसके पेज काफी जीर्ण हो गए हैं। विवि प्रशासन अब उस किताब को लैमिनेट करवा रहा है। लैमिनेशन के बाद इस किताब को स्कैन कराया जाएगा। आगरा के विवि के कुलपति डॉ. दीक्षित ने बताया कि रिकॉर्ड स्कैन होने के बाद इसकी एक प्रति छत्रपति शाहूजी महाराज विवि भी भेजी जाएगी।