बार एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी को सिपाही ने पीटा, थाने में हंगामा Kanpur News
नवाबगंज में रहने वाले अधिवक्ता व बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त मंत्री रिनय कनौजिया संग मारपीट की।
By Edited By: Published: Sat, 17 Aug 2019 01:36 AM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 10:18 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। नवाबगंज के विष्णुपुरी में रहने वाले अधिवक्ता व बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त मंत्री रिनय कनौजिया संग सिपाहियों ने मारपीट की। विरोध करने पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए दोबारा पीटा। सूचना पर दारोगा सत्येंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और अधिवक्ता को थाने ले गये। जहां पूर्व पदाधिकारी संग मारपीट की जानकारी होने पर एसोसिएशन के पदाधिकारी और अधिवक्ताओं ने पहुंचकर थाने में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने के साथ ही हंगामा किया।
रिनय कनौजिया के मुताबिक शुक्रवार देर रात उनके मित्र कमल का फोन आया था। कमल ने उन्हें एक व्यक्ति द्वारा एक हजार रुपये मांगने की जानकारी दी थी। जिस पर वह पहुंचे। बाइक पर सादे कपड़ों में बैठे युवक से उन्होंने रुपये मांगने के बारे में पूछा तो गाली-गलौज और अभद्रता शुरू कर दी। जिस पर उन्होंने अपना परिचय दिया। इस पर युवक ने खुद को सिपाही और नवाबगंज थाने में सीसीटीएनएस में तैनात फरहान होने की जानकारी दी। जाति सूचक शब्दों के प्रयोग से टोकने पर फरहान ने दो अन्य सिपाहियों की मदद से पिटाई कर दी।
आरोप है कि मारपीट के दौरान उनकी चेन और चश्मा कहीं गिर गया। सूचना पर पहुंचे दारोगा उन्हें थाने ले गये। थाने पहुंचने के बाद भी फरहान और उसके दो अन्य साथियों ने उन्हें लात घूंसों से पीटा। दारोगा सतेंद्र कुमार ने बीच-बचाव कर उन्हें सिपाहियों के चंगुल से छुड़ाया। इधर मामले की जानकारी होते ही बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आलोक पांडेय, प्रशांत बाजपेई, पूर्व उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी समेत अन्य पदाधिकारी समेत करीब 150 अधिवक्ता नवाबगंज थाने पहुंचे।
जहां अधिवक्ताओं ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा और नारेबाजी की। पीड़ित अधिवक्ता रिनय कनौजिया ने फरहान व दो अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ तहरीर दी है। थाना प्रभारी नवाबगंज दिलीप बिंद ने बताया कि अधिवक्ताओं ने सिपाहियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जांच कर कार्रवाई की जायेगी। दोषी पाये जाने पर कार्रवाई के लिये उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जायेगी।
रिनय कनौजिया के मुताबिक शुक्रवार देर रात उनके मित्र कमल का फोन आया था। कमल ने उन्हें एक व्यक्ति द्वारा एक हजार रुपये मांगने की जानकारी दी थी। जिस पर वह पहुंचे। बाइक पर सादे कपड़ों में बैठे युवक से उन्होंने रुपये मांगने के बारे में पूछा तो गाली-गलौज और अभद्रता शुरू कर दी। जिस पर उन्होंने अपना परिचय दिया। इस पर युवक ने खुद को सिपाही और नवाबगंज थाने में सीसीटीएनएस में तैनात फरहान होने की जानकारी दी। जाति सूचक शब्दों के प्रयोग से टोकने पर फरहान ने दो अन्य सिपाहियों की मदद से पिटाई कर दी।
आरोप है कि मारपीट के दौरान उनकी चेन और चश्मा कहीं गिर गया। सूचना पर पहुंचे दारोगा उन्हें थाने ले गये। थाने पहुंचने के बाद भी फरहान और उसके दो अन्य साथियों ने उन्हें लात घूंसों से पीटा। दारोगा सतेंद्र कुमार ने बीच-बचाव कर उन्हें सिपाहियों के चंगुल से छुड़ाया। इधर मामले की जानकारी होते ही बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आलोक पांडेय, प्रशांत बाजपेई, पूर्व उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी समेत अन्य पदाधिकारी समेत करीब 150 अधिवक्ता नवाबगंज थाने पहुंचे।
जहां अधिवक्ताओं ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा और नारेबाजी की। पीड़ित अधिवक्ता रिनय कनौजिया ने फरहान व दो अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ तहरीर दी है। थाना प्रभारी नवाबगंज दिलीप बिंद ने बताया कि अधिवक्ताओं ने सिपाहियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जांच कर कार्रवाई की जायेगी। दोषी पाये जाने पर कार्रवाई के लिये उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जायेगी।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें