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बनने जा रहा है सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक, जानिए कितने का होगा कारोबार और किन-किन बैंकों का होगा विलय Kanpur News

ग्रामीण बैंक में अभी देश में सबसे ज्यादा कारोबार आर्यावर्त बैंक का निदेशक वित्त सेवाएं ने बैंक ऑफ बड़ौदा प्रबंध निदेशक को पत्र भेजा।

By AbhishekEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 02:32 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 04:48 PM (IST)
बनने जा रहा है सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक, जानिए कितने का होगा कारोबार और किन-किन बैंकों का होगा विलय Kanpur News
बनने जा रहा है सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक, जानिए कितने का होगा कारोबार और किन-किन बैंकों का होगा विलय Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। नए वर्ष में देश का सबसे बड़ा ग्र्रामीण बैंक सामने आएगा। बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्र्रामीण बैंक, पूर्वांचल बैंक, काशी गोमती संयुक्त ग्र्रामीण बैंक को मिलाकर नया ग्र्रामीण बैंक बनेगा। इसका कुल कारोबार 65 हजार रुपये करोड़ होगा। अभी सबसे ज्यादा कारोबार वाला आर्यावर्त बैंक का है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक विकास बैंक है। नए बैंक के गठन के लिए वित्त मंत्रालय के बैंकिंग विभाग में वित्त सेवा निदेशक ने बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर नए बैंक के नाम के बारे में जानकारी चाही है ताकि नोटिफिकेशन जारी हो सके।

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प्रदेश में पांच ग्र्रामीण बैंक हैं। वर्ष की शुरुआत में इनकी संख्या सात थी। इन्हें तीन बैंक में बदलना था। अभी तक चार बैंकों का विलय कर दो बैंक बनाए जा चुके हैं। इसमें आर्यावर्त बैंक और प्रथमा बैंक बचे हैं। इनके अलावा बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्र्रामीण बैंक, पूर्वांचल बैंक, काशी गोमती संयुक्त ग्र्रामीण बैंक अस्तित्व में हैं। इन तीनों बैंकों को मिलाकर नया बैंक बनेगा। बैंक से जुड़े लोगों का मानना है कि एक जनवरी 2020 या एक अप्रैल 2020 को इन्हें आपस में मिला दिया जाएगा। आर्यावर्त बैंक 45 हजार करोड़ रुपये के कारोबार के साथ प्रथम स्थान पर है। 44 हजार करोड़ रुपये के कारोबार के साथ कर्नाटक विकास बैंक दूसरे नंबर पर है। नए बैंक का कुल कारोबार 65 हजार करोड़ का होगा।

इनमें बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्र्रामीण बैंक का 27 हजार करोड़, काशी गोमती संयुक्त ग्र्रामीण बैंक का 17 हजार करोड़ और पूर्वांचल बैंक का 21 हजार करोड़ का कारोबार है। ये मिलकर अगले कुछ माह में देश के सबसे बड़े ग्र्रामीण बैंक बन जाएंगे। इनके पास 48 हजार करोड़ की डिपॉजिट हैं तो 17 हजार करोड़ के लोन। तीनों बैंक की साढ़े सत्रह सौ शाखाएं हैं और कुल स्टाफ नौ हजार। खाताधारकों की संख्या एक करोड़ से अधिक है। बैंक ऑफ बड़ौदा इसका प्रवर्तक बैंक होगा।

इनका ये है कहना

जल्द से जल्द नया बैंक बनाया जाए। हालांकि इसके बाद भी प्रदेश में तीन की जगह एक ही ग्र्रामीण बैंक रखा जाए तो ज्यादा अच्छा है।

- सगुण शुक्ला, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया रीजनल रूरल बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन।  


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