मशीन खराब होने से एलएलआर अस्पताल की पैथालॉजी में ठप हुई जांचें, 70 नमूने खराब
मशीन खराब होने से 12 घंटे ठप रही मरीजों की सीबीसी जांचें
जागरण संवाददाता, कानपुर : एलएलआर अस्पताल (हैलट) की पैथालॉजी में मशीन खराब होने से मरीजों की रक्त संबंधी जांचें 12 घंटे ठप रहीं। इस अवधि में जांच के लिए आए मरीजों के करीब 70 रक्त नमूने खराब हो गए, जिन्हें फेंकना पड़ा। बुधवार सुबह इंजीनियरों ने मशीन ठीक की, तब जाकर सुबह 9.30 बजे मरीजों की रक्त संबंधी जांच शुरू हुई।
एलएलआर अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए पैथालॉजी में 24 घंटे जांच की सुविधा है। पैथालॉजी में अत्याधुनिक मशीनें हैं, जिस पर रक्त नमूनों की जांच की जाती है। मंगलवार रात 9.30 बजे सेलेक्ट्रा हेमोटोलॉजी ऑटो एनालाइजर में खराबी आ गई। इससे कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी) जांच ठप हो गई। पैथालॉजी के कर्मचारियों ने पैथालॉजी प्रभारी को जानकारी दी। मशीनों की देखरेख करने वाली पीओसीटी कंपनी के इंजीनियरों को अवगत कराया। रात में सूचना मिलने के बावजूद सुबह इंजीनियर आए और मशीन दुरुस्त की। उसके बाद सुबह 9.30 बजे जांच शुरू हो सकी। उधर, 12 घंटे जांच ठप रहने से इमरजेंसी और वार्डो से आए मरीजों के लगभग 70 रक्त नमूने खराब हो गए।
अधिकतर के लिए जरूरी सीबीसी जांच
अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले अधिकतर मरीजों के पर्चे पर डॉक्टर सीबीसी जांच के लिए लिखते हैं इसलिए पैथालॉजी में सबसे अधिक सीबीसी जांच ही होती है।
मजबूरी में बाहर कराई महंगी जांच
कई मरीजों को सुबह जरूरी होने पर मजबूरी में सीबीसी जांच बाहर करानी पड़ी। एलएलआर पैथालॉजी में सीबीसी जांच के महज 31 रुपये लगते हैं। बाहर की पैथालॉजी में सीबीसी जांच के 250 रुपये से लेकर 350 रुपये वसूले जाते हैं।
छह घंटे में खराब हो जाते हैं नमूने
पैथालॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह का कहना है कि मशीन खराब होने की जानकारी मुझे नहीं मिली थी। सामान्य तापमान पर छह घंटे तक रक्त नमूने रखने से खराब हो जाते हैं।
बोलीं जिम्मेदार
हेमोटोलॉजी आटो एनलाइजर में रात करीब 9.30 बजे खराबी आ गई थी। रात में ही पीओसीटी के इंजीनियरों को सूचना दी गई। इटावा से सुबह इंजीनियर आए तब मशीन ठीक हो सकी। रक्त नमूने रखने के लिए पैथालॉजी में रेफ्रिजरेटर है। किसी भी मरीज का रक्त नमूना खराब नहीं हुआ है। - डॉ. नीलिमा वर्मा, प्रभारी, एलएलआर पैथालॉजी।
एक नजर
12000 से अधिक रोज होती हैं जांचें
900 मरीजों की होती सीबीसी जांच
1000-1100 मरीज रोज कराते हैं जांच