भोगनीपुर पुलिस की नासमझी से पुखरायां में फैला तनाव, सीओ और एसडीएम ने संभाले हालात
तिरंगा यात्रा निकाले जाने पर नारेबाजी को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए।
कानपुर देहात, जेएनएन। भोगनीपुर कोतवाली पुलिस की जरा सी नासमझी ने पुखरायां में तनाव का माहौल बना दिया। तिरंगा यात्रा के दौरान दो पक्षों के आमने सामने आकर उत्तेजक नारेबाजी और मारपीट की स्थिति बन जाने से हालात बिगडऩे लगे। हालांकि मौके पर पहुंचे सीओ और एसडीएम ने लोगों से वार्ता करके शांति व्यवस्था बहाल करते हुए हालात संभाल लिए।
धर्म स्थल के सामने नारेबाजी से बिगड़ी बात
पुखरायां कस्बा के संजयनगर मोहल्ले में रविवार को गणतंत्र दिवस पर्व पर हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जयकार लगाते हुए युवा बाइकों पर सवार होकर रैली निकाल रहे थे। मस्जिद के सामने पहुंचने पर युवाओं की नारेबाजी का मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया। मोहल्ले में अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों ने उत्तेजक नारेबाजी पर नाराजगी जताई। इसपर दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी के साथ कहासुनी शुरू हो गई और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। कुछ देर में दोनों पक्षों से बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। पुलिस कर्मियों ने सीओ और एसडीएम को जानकारी देकर बुलाया।
कोतवाली पुलिस की नासमझी से बिगड़ी बात
स्थानीय लोगों की मानें तो कोतवाली पुलिस की अनदेखी से तनाव की स्थिति बन गई। राष्ट्रीय पर्व पर हर बार युवा तिरंगा यात्रा निकालते हैं और इसकी जानकारी पहले से कोतवाली में दी जाती है। इस बार भी कोतवाल को तिरंगा यात्रा निकाले जाने की जानकारी हुई थी। इसके बावजूद नासमझी दिखाते हुए यात्रा के समय फोर्स की व्यवस्था करने में लापरवाही की। यदि यात्रा निकाले जाने के दौरान पुलिस फोर्स मौजूद होता तो उत्तेजक नारेबाजी न होती और तनाव के हालात नहीं बनते। पुखरायां शुरू से संवेदनशील रहा है और यहां कई बार दो वर्गों के आमने सामने आने से मामला बिगड़ते बचा है।
सीओ और एसडीएम ने संभाले हालात
पुखरायां में बिगड़े हालात को सीओ संदीप कुमार सिंह और एसडीएम राजीव राज ने मौके पर पहुंचकर नियंत्रण में किया। हजारों की भीड़ के बीच उन्होंने दोनों पक्षों के प्रमुख लोगों को बुलाकर बारी बारी वार्ता की और समझाया। सीओ ने दोनों पक्षों को कार्रवाई करने का भरोसा दिया। इसके बाद लोग घरों को वापस हुए और माहौल कुछ शांत हुआ। मस्जिद के सामने मदरसा फैजुल उलूम संजयनगर के मौलाना मुबीन ने यात्रा शामिल आधा दर्जन नामजद और 100-125 अज्ञात लोगों के खिलाफ धर्म विरोधी नारे लगाकर सौहार्द बिगाडऩे तथा मारपीट पर आमादा होने की तहरीर दी। वहीं दूसरे पक्ष ने भी आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
घटनास्थल पर एतिहातन पुलिस बल तैनात
पुखरायां में तनाव के हालात बनने पर उच्चाधिकारियों ने मामला संज्ञान में लिया है। सीओ संदीप कुमार सिंह ने बताया कि अब तनाव नहीं है, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में और शांति का माहौल है। यात्रा में शामिल युवा जब निकल रहे थे तो चौकी इंचार्ज ने आरक्षी नरेंद्र राणा व अन्य आरक्षी को पीछे भेजा था। कहासुनी के बाद दो पक्ष आमने सामने आने पर तत्काल दोनों आरक्षियों ने बात बढऩे से रोक ली और उच्चाधिकारियों को सूचना दे दी। इसपर उन्होंने और उपजिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाते हुए कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत करा दिया गया है। एतिहात के तौर पर फिलहाल पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि माहौल बिगडऩे से पहले ही पुलिस अफसरों ने पहुंचकर स्थिति संभाल ली थी, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। जांच के आधार पर यदि कोतवाली पुलिस की लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।