घाटमपुर सीएचसी में गायब मिले सर्जन समेत 10 कर्मी
रोस्टर के मुताबिक मंगलवार को डीएम का संपूर्ण समाधान दिवस होने और मंडलायुक्त के आने की चर्चा के चलते व्यवस्थाएं दुरुस्त होना लाजिमी हैं। इसी दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) घाटमपुर में निरीक्षण की रस्म अदायगी करने सीएमओ पहुंचे।
संवाद सहयोगी, घाटमपुर : रोस्टर के मुताबिक मंगलवार को डीएम का संपूर्ण समाधान दिवस होने और मंडलायुक्त के आने की चर्चा के चलते व्यवस्थाएं दुरुस्त होना लाजिमी हैं। इसी दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) घाटमपुर में निरीक्षण की रस्म अदायगी करने सीएमओ पहुंचे। सीएमओ को सर्जन समेत 10 स्वास्थ्य कर्मचारी गैरहाजिर मिले। तीमारदारों ने उनसे वसूली की शिकायत कर व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी।
27 नवंबर को भाजपा कार्यकर्ता सत्यम चौहान ने स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह से सीएचसी में डॉक्टरों के समय से न आने, ऑपरेशन नहीं होने, प्राइवेट प्रैक्टिस, बाहर से दवाएं लिखने और क्षेत्र में झोलाछाप के सक्रिय होने की शिकायतें की थीं। स्वास्थ्य मंत्री के फोन पर पूछताछ करने पर सीएमओ ने सीएचसी में सर्जन तैनात न होने की बात कह उन्हें गुमराह किया। इसका वीडियो वायरल होने पर दैनिक जागरण ने खबर प्रकाशित कर सीएमओ को कटघरे में खड़ा किया।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सीएचसी की विस्तृत रिपोर्ट मांगे जाने पर सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला मंगलवार सुबह 10 बजे सीएचसी पहुंचे। उन्हें सर्जन डॉ. नरसिंह राजपूत, डेंटल हाईजीनिस्ट सुनीता प्रसाद, फार्मासिस्ट निधि सिंह व देवेंद्र वर्मा, स्टाफ नर्स अर्चना देवी, बीएचडब्ल्यू राघवेंद्र प्रताप, मधू, लिपिक एनके गुप्ता एवं ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन राहुल साहू समेत 10 स्वास्थ्य कर्मचारी गैरहाजिर मिले। सीएमओ ने सीएचसी और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग का निरीक्षण किया। व्यवस्थाओं पर क्लीनचिट दी।
दोपहर एक बजे संपूर्ण समाधान दिवस से उठकर सीएमओ दोबारा सीएचसी पहुंच गए। वह सिजेरियन प्रसव के बाद भर्ती हरदौली गांव निवासी हरिश्चंद्र की पत्नी कांती के पास गए। उनकी बहन शांती देवी ने गांव की आशा बहू पर ऑपरेशन के नाम पर तीन हजार रुपये लेने का आरोप लगाया। वार्ड में भर्ती प्रसूता गड़ाथा गांव निवासी नरेंद्र दुबे की पत्नी श्रिती की ननद ने स्वास्थ्य कर्मचारी द्वारा दो हजार रुपये वसूलने की शिकायत की। शिकायत को नजरअंदाज करते सीएमओ का पूरा जोर महिला चिकित्सक एवं स्टाफ नर्स को क्लीन चिट देने में रहा। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि गैरहाजिर सर्जन एवं स्वास्थ्य कर्मियों से स्पष्टीकरण तलब करेंगे। वसूली की जांच चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कैलाश चंद्रा को सौंपी है।