आरटीओ में भी अब छात्र-छात्राएं होंगे शिक्षित, जल्द बनेगा 'स्मार्ट क्लास रूम'
प्रोजेक्टर के माध्यम से छात्र और छात्राएं सीख सकेंगे सड़क सुरक्षा नियम और सेमुलेटर की सुविधा भी मिलेगी।
कानपुर, जेएनएन। शिक्षा कभी भी कहीं भी, कुछ इसी सोच के साथ अब आरटीओ कार्यालय में छात्र-छात्राओं को शिक्षित किया जाएगा। यहां पर स्कूल या कालेज के विषय नहीं बल्कि यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय परिसर में 'स्मार्ट क्लास रूम' भवन बनने जा रहा है। इसमें युवाओं और छात्र-छात्राओं को मनोरंजन तरीके से ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जाएगी। उन्हें प्रोजेक्टर, थ्री डी फिल्मों के माध्यम से सड़क सुरक्षा के बारे में बताया जाएगा।
दिन ब दिन शहर की सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। जल्दबाजी और पहले निकलने की होड़ में ट्रैफिक नियमों को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिसकी वजह से मार्ग दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है। सबसे अधिक नियम युवा और छात्र-छात्राएं तोड़ रहे हैं। वह न ही सिग्नल को मानते हैं, न ही किसी तरह के सड़क सुरक्षा के चिह्नों का पालन कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें जागरूक बनाने के लिए 'स्मार्ट क्लास रूम' बनाया जाएगा। यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए नए भवन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसमें कार्यशालाएं आयोजित की जा सकेंगी।
यह रहेगी व्यवस्था
ट्रैफिक नियमों के लिए एलईडी लाइटों वाले साइन बोर्ड, होलोग्राम लगाए जाएंगे। इसमें लघु फिल्में, दुर्घटना के समय क्या करना चाहिए, क्या नहीं नागरिकों के कर्तव्य क्या हंै, इसकी जानकारी दी जाएगी। कई तरह के हेल्पलाइन नंबरों की सूचना रहेगी।
स्कूल कॉलेज के छात्र भी सीख सकेंग
ट्रैफिक की अनोखी पाठशाला में स्कूल कॉलेज की छात्र छात्राएं भी शामिल हो सकेंगे। उन्हें तकनीकी स्टाफ केद्वारा महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी। उसके लिए पहले परिवहन अधिकारियों से बात करनी पड़ेगी।
लाइसेंस बनवाने वालों को मिलेगा फायदा
इसका फायदा लर्निंग लाइसेंस बनवाने आए आवेदकों को भी मिलेगा लाभ। वह चिन्ह की जानकारी ले सकेंगे। परिवहन विभाग स्कूल, कॉलेजों, कामर्शियल वाहनों के चालकों के लिए कार्यशाला आयोजित कर सकेगा। एआरटीओ प्रशासन आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि ट्रैफिक के स्मार्ट क्लास रूम की पूरी तैयारी हो गई है। इसमें सड़क सुरक्षा की जानकारी दी जाएगी। युवाओं और छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।