Move to Jagran APP

बागानों में बंदी शुरू, चाय की चुस्की पर रहेगी महंगाई की आंच

सर्दी में चाय बागानों की बंदी लेकर इस बार टी बोर्ड के सख्त रुख का असर बाजार पर साफ तौर पर दिखने लगा है।

By Edited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 01:30 AM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 12:03 PM (IST)
बागानों में बंदी शुरू, चाय की चुस्की पर रहेगी महंगाई की आंच
बागानों में बंदी शुरू, चाय की चुस्की पर रहेगी महंगाई की आंच
कानपुर, जेएनएन। सर्दी में चाय बागानों की बंदी लेकर इस बार टी बोर्ड के सख्त रुख का असर बाजार पर साफ तौर पर दिखने लगा है। भले ही बागान दस दिसंबर से बंद होंगे लेकिन चोरी-छिपे आने वाली चाय के रास्ते पूरी तरह बंद होने और खपत बढ़ने को लेकर अभी से चाय की कीमतें आसमान छूने लगी हैं।
तीन माह पूर्व जो चाय 70 रुपये किलो थी, वह अब 130 रुपये किलो तक पहुंच गई है जबकि पिछले वर्ष दिसंबर में यह चाय 70 रुपये किलो के करीब थी। नियमों के मुताबिक यह है व्यवस्था हर वर्ष फरवरी के अंत या मार्च की शुरूआत में चाय बागान शुरू होते हैं और दिसंबर में बंद होते हैं। सर्दी अधिक होने के कारण पत्तियों की पैदावार रुक सी जाती है इसलिए इस समय बागान में काम बंद हो जाता है।
कम आएगी चाय, बढ़ेगी खपत
बागान बंद होने से चोरी-छिपे भी चाय नहीं आ पाएगी। चूंकि सर्दी में वैसे भी चाय की खपत बढ़ जाती है, इसलिए चाय की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। कारोबारियों के मुताबिक इस वर्ष जिस तेजी से कीमतें बढ़ रही हैं, वे कभी नहीं देखीं। पिछले वर्ष इस समय निचली स्तर की चाय की कीमत 70 रुपये थी। मध्यम श्रेणी की 160 रुपये और उच्च श्रेणी की 220 रुपये के करीब थी।
इन राज्यों के बागान बंद रहेंगे : असोम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर।
ये है इनकी राय
-कानपुर चाय व्यापार मंडल के महामंत्री श्याम अग्रहरि ने बताया कि चाय के बागान दबाव में बंद कराने से चाय की क्वालिटी में अनुकूल प्रभाव पड़ेंगे। बागानों में पड़ी हुई पत्तियों से चाय नहीं बनाई जा सकेगी। 
-कानपुर चाय व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश बंसल ने बताया कि चाय के निर्यात पर तुरंत रोक लगाई जाए, इससे चाय की बढ़ती कीमतों पर तुरंत रोक लगेगी। स्थानीय स्तर पर चाय उचित मूल्य पर मिल सकेगी। 
चाय उद्योग से जुड़ी कुछ खास बातें
-बागान मालिक अब तक बंदी के बावजूद पुरानी खराब पत्तियों से चोरी-छिपे करते रहते थे आपूर्ति ।
- इस बार टी बोर्ड ने सख्ती से बंदी के लिए लागू किया है नियम, अनदेखी पर होगी कार्रवाई।
- आवक बंद होने, सर्दी में खपत बढ़ने के चलते तीन माह पहले से ही चढ़ने लगे थे दाम।  
- तीन माह पूर्व 70 रुपये किलो की चाय अब बिक रही 130 रुपये प्रतिकिलो की कीमत पर।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.