कालिंदी एक्सप्रेस में पकड़ी लाखों की कर चोरी
कर चोरी का माल ढोने में बदनाम कालिंदी एक्सप्रेस शनिवार को फिर एसजीएसटी टीम के निशाने पर रही। टीम ने सेंट्रल स्टेशन पर छापा मारकर कालिंदी एक्सप्रेस से करोड़ों रुपये का माल जब्त किया, जिसमें लाखों की कर चोरी का अनुमान है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कर चोरी का माल ढोने में बदनाम कालिंदी एक्सप्रेस शनिवार को फिर एसजीएसटी टीम के निशाने पर रही। टीम ने सेंट्रल स्टेशन पर छापा मारकर कालिंदी एक्सप्रेस से करोड़ों रुपये का माल जब्त किया, जिसमें लाखों की कर चोरी का अनुमान है। खास बात ये रही कि दिन भर चले हाईवोल्टेज ड्रामे में टीम की राह में तमाम रोड़े अटकाए। टीम को एक एसएलआर कोच की जांच तक नहीं करने दी गई।
भिवानी से सेंट्रल स्टेशन आने वाली कालिंदी एक्सप्रेस में दो एसएलआर कोच लगे होते हैं, जिन्हें रेलवे ने लीज पर दिया हुआ है। एक कोच आगे इंजन के ठीक पीछे और दूसरा सबसे पीछे लगा था। ट्रेन पूर्वाह्न 11.10 पर सेंट्रल स्टेशन पर आई तो एसजीएसटी की टीमों ने एसएलआर कोच को घेर लिया। एक कोच से 104 नग माल उतारा गया। इंजन से सटे कोच को खोलने की कोशिश की गई तो रेलवे कर्मचारियों ने कहा कि चाबी नहीं मिल रही है। इस बीच एसजीएसटी की टीम ने कोच का ताला तोड़ दिया। इससे पहले कि माल बाहर निकाला जाता, ड्राइवर ने ट्रेन आगे बढ़ा दी। एसजीएसटी के अधिकारियों ने आरोप लगाया, कोच में कर चोरी करके माल लाया गया था और चोरी पकड़ी न जाए, इसीलिए जांच नहीं करने दी गई। सवाल उठाया कि जब माल कानपुर में उतरना था तो क्यों नहीं उतरने दिया गया। हालांकि ट्रेन आगे बढ़ी तो एसजीएसटी की टीम भी उसमें सवार हो गई। ट्रेन का रैक चंदारी में खड़ा होता है। जब ट्रेन चंदारी पहुंची तो माल को चेक करने की कोशिश की गई पर नियमों का हवाला देकर माल जांचने नहीं दिया गया। शाम 4 बजे गाड़ी भिवानी जाने के लिए सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म सात पर खड़ी हुई। एसजीएसटी अधिकारियों ने उक्त कोच का माल जांचने की फिर कोशिश की लेकिन डेढ़ घंटे की कवायद के बाद भी टीम कोच को खुलवा नहीं सकी और ट्रेन को रवाना कर दिया।
पहले भी पकड़ा जा चुका है माल
कालिंदी एक्सप्रेस में इससे पहले भी कई बार एसएलआर कोच से कर चोरी करके लाए गए माल को पकड़ा जा चुका है। सेंट्रल के अलावा अनवरगंज में भी बड़े पैमाने पर माल पकड़ा गया था। तमाम बार अनियमितताओं के बाद भी रेलवे लीज लेने वाले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
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स्वीट सुपारी के नाम से जा रहा पान मसाला
रेलवे से जा रहे माल को बुकिंग करते समय देखा तक नहीं जा रहा है। लीज बोगियों को तो पूरी तरह से अनदेखा किया जा रहा है। संयुक्त आयुक्त सुशील कुमार सिंह के मुताबिक पान मसाला को स्वीट सुपारी के नाम से बुक किया जा रहा है। पान मसाला पर 88 फीसद टैक्स है जबकि स्वीट सुपारी पर 28 फीसद है। इसकी शिकायत कर दी गई है। छापे में सहयोग न करने पर उन्होंने बताया कि स्थानीय रेलवे अधिकारियों के बारे में रेलवे बोर्ड से बात बात की जाएगी।
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छापे में ये शामिल रहे
संयुक्त आयुक्त सुशील कुमार सिंह, धीरेंद्र प्रताप सिंह, राजेंद्र राय, उपायुक्त विकास चौधरी, शैलेंद्र वाष्र्णेय, सहायक आयुक्त संजीव शुक्ला, संजीव पाठक, संजय आर्या, लल्लन प्रसाद यादव, अभिजीत गुप्ता आदि रहे।
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एसजीएसटी की टीम की छापेमारी में प्रक्रियागत खामियां हैं। किसी भी प्रकार का असहयोग नहीं किया गया। जहां तक सवाल ट्रेन को आगे रवाना किए जाने का है, गाड़ी 25 मिनट तक प्लेटफार्म पर रुकी रही। सेंट्रल पर ट्रेनों का भारी दबाव है। बिना पूर्व सूचना के वह बार-बार छापेमारी कर रहे हैं, यह गलत है।
डॉ. जितेंद्र कुमार, स्टेशन डायरेक्टर
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छापे में 204 नग मिले हैं। 50 लाख से अधिक की कर अपवंचना का मामला है। छापे में रेडीमेड गारमेंट, सिगरेट, पान मसाला, इलेक्ट्रानिक सामान मिले हैं। स्टेशन पर सहयोग न किए जाने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी, जिसके बाद आरपीएफ वालों ने सहयोग किया।
सुशील कुमार सिंह, संयुक्त आयुक्त वाणिज्य कर