कानपुर में दस दिन रुके थे तरुण गोगोई, सीसीमऊ की गली-गली में जाकर किया था प्रचार
असम में पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई वर्ष 1993 में विधानसभा चुनाव के समय प्रचार के लिए पीए संगमा के साथ कानपुर शहर आए थे। सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी के लिए लोगों से संपर्क करके पार्टी की नीतियों का प्रचार किया था।
कानपुर, जेएनएन। असम में पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के निधन के बाद कानपुर के कांग्रेसियों में भी शोक की लहर है। तरुण गोगोई की यादें शहर में भी बसी हैं, उन्होंने यहां करीब दस दिन तक प्रवास किया था। सीसामऊ सीट से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी का चुनाव मैनेजमेंट किया था और कानपुर नगर की सभी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का उत्साहवर्धन किया था।
सीसामऊ विधानसभा सीट से वर्ष 1993 में अशोक धानविक चुनाव लड़ रहे थे। वह बताते हैं कि तत्कालीन परिस्थितियों को देखते हुए यह सीट काफी कमजोर थी। उस वक्त तरुण गोगोई केंद्र सरकार में मंत्री थे। वह चुनाव प्रबंधन के लिए शहर आए और दस दिन रुके थे। उनके साथ पीए संगमा भी आए थे। इस दौरान वह सीसामऊ की एक-एक गली में प्रचार करते थे और रात में बैठकर अगले दिन की रणनीति बनाते थे। पूरा चुनाव प्रबंधन भी उन्होंने ही किया था।
नगर और ग्रामीण में दी गई श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और वरिष्ठ नेता राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल के निधन पर तिलक हाल में नगर कांग्रेस कमेटी और इंदिरा नगर में नगर ग्रामीण के कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि दी। शहर कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि तरुण गोगोई और अहमद पटेल ने अपना पूरा जीवन पार्टी व देशहित में लगा दिया। दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।