Move to Jagran APP

बोलने का तरीका ही बयां कर देता आपका व्यक्तित्व

डीजी पीजी कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों ने सकारात्मक सोच रखने से ही हर काम में सफलता मिलने का मंत्र दिया।जीवन में लक्ष्य निर्धारित करिये।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 02:20 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 07:38 PM (IST)
बोलने का तरीका ही बयां कर देता आपका व्यक्तित्व
बोलने का तरीका ही बयां कर देता आपका व्यक्तित्व

कानपुर (जागरण संवाददाता)। जब हम किसी से बात करते हैं तो बोलने का जो हमारा तरीका होता है। वह बहुत कुछ हमारे व्यक्तित्व के विषय में बता देता है। ऐसे में बोलते समय जो आपका नजरिया है वो बिल्कुल स्पष्ट हो और आप कब भी कोई बात करें तो बहुत संभाल कर बोलें। ऐसा कहना है आइआइटी के मानविकी विभाग के विभाध्यक्ष प्रो. ब्रजभूषण का। वह बुधवार को डीजी पीजी कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

loksabha election banner

कार्यशाला में आइआइटी के प्रो. ब्रजभूषण ने छात्राओं और शिक्षिकाओं को बताया कि अगर कोई छात्रा ने अपनी शिक्षिका से कोई बात कही तो उसका रूप सहज होना चाहिए। ऐसा ना लगे कि आपने अपनी बात से कोई कमेंट किया हो। हमे हमेशा अपनी सोच सकारात्मक रखनी चाहिए। इससे जहां हमारी इच्छा शक्ति मजबूत होती है वहीं हमारा आत्म विश्वास भी हर काम के प्रति बढ़ता है।

उन्होंने कहा जब हम किसी काम की शुरुआत से पहले ही ये सोचने लगते हैं कि ये काम हम कैसे करेंगे, तो हमारे मन-मस्तिष्क में नकारात्मक विचार आने लगते हैं जो हमारे विश्वास को कमजोर करते हैं। कहा कि जीवन में सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करिये। अगर लगातार कई घंटे पढऩे का मन बनाया है तो बीच-बीच में ब्रेक जरूर लीजिये। एक निश्चित दिनचर्या तय कर लीजिए, खाने-पीने का विशेष रूप से ध्यान रखिए। पढ़ाई के समय अधिक खाने पीने से बचाव करिए। कार्यशाला को अन्य कई विशेषज्ञों ने संबोधित किया मनोविज्ञान से जुड़ी जानकारियां दीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.