शस्त्र पूजन कर स्वयंसेवकों ने मनाया स्थापना दिवस, शाखाओं की संख्या बढ़ाने पर दिया जोर
विजयदशमी के दिन स्थापना दिवस पर कानपुर में कई जगह पर आयोजित शाखा में राम मंदिर निर्माण के आंदोलन का जिक्र करने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ज्यादा से ज्यादा शाखाएं संचालित करने को कहा गया।
कानपुर, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों ने शस्त्र पूजन करके विजयदशमी के दिन स्थापना दिवस पर्व मनाया। शहर में संघ की सभी शाखाओं में स्वयं सेवकों और पदाधिकारियों ने एकत्र होकर शस्त्र पूजन किया और शक्ति को बढ़ाने का संकल्प लिया।
विजयदशमी के दिन 27 सितंबर 1925 को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना हुई थी। तब से संघ विजयदशमी के दिन अपना स्थापना दिवस मना रहा है। रविवार को विजयदशमी पर स्थापना दिवस मनाने की तैयारियां कई दिन पहले से शुरू हो चुकी थीं। इसके लिए रविवार सुबह ही संघ के शाखा स्थल पर स्वयं सेवक पहुंच गए थे। वरिष्ठ पदाधिकारियों ने स्वयं सेवकों को संघ की स्थापना के उद्देश्य बताए। साथ ही वर्तमान स्थितियों पर चर्चा की गई।
शाख में खासतौर पर राम मंदिर निर्माण के पूरे आंदोलन का जिक्र भी किया गया। स्वयंसेवकों को अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए कहा गया। इसके लिए शाखाओं में ज्यादा से ज्यादा लोगों के पहुंचने के लिए कहा गया। साथ ही शाखाओं की संख्या भी बढा़ने की बात कही गई। बताया गया कि अब कोरोना काल के बाद शाखाएं दोबारा मैदान में शुरू हो गई हैं तो पूरी सुुरक्षा के साथ शारीरिक दूरी के नियमों को पालन करते हुए निश्चित रूप से स्वयंसेवक शामिल हों। इसके साथ ही संगठित होने की जरूरत है।
संघ मुख्यालय केशव भवन में प्रांत प्रचारक श्रीराम ने स्वयं सेवकों के साथ शस्त्र पूजन किया। मुख्य रूप से दंड के अलावा अन्य शस्त्रों को भी सजा कर रखा गया। वहीं लाजपत नगर में विभाग कार्यवाह भवानी भीख, कुंज बिहारी, राजेश्वर, अनुराग, धीरेंद्र मिश्रा, अजीत अग्रवाल, दिलीप गोयल, मनोज तिवारी, देव नारायण ने शस्त्र पूजन किया।