प्रदेश के चार कृषि विश्वविद्यालयों में दूर होगी शिक्षकों की कमी, पद स्वीकृत : सूर्य प्रताप शाही
कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में किसान मेला का आयोजन। कृषि मंत्री ने प्रदेश इस बार आठ लाख क्विंटल बीज उपलब्ध कराने की बात कही।
By AbhishekEdited By: Published: Sat, 13 Oct 2018 04:16 PM (IST)Updated: Sat, 13 Oct 2018 09:21 PM (IST)
कानपुर(जेएनएन)। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि प्रदेश के सभी चार कृषि विश्वविद्यालय में शिक्षको की कमी जल्द दूर हो जाएगी। इसके लिए शिक्षकों के 246 पद स्वीकृत किए गए हैं। सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए फिक्रमंद है और इसके चलते इस बार उन्होंने साढ़े आठ लाख क्विंटल बीज उपलब्ध कराएगी। वह शनिवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित किसान मेला में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।
बंटेगा साढ़े सात लाख क्विंटल गेहूं का बीज
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को इस वर्ष मिलने वाले बीज में साढ़े सात क्विंटल बीज गेहूं का है। उन्नत बीज की बढ़ती मांग की देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। कहा कि यह बीज पिछले वर्ष की आपेक्षा तीन लाख क्विंटल अधिक है। इसके अलावा रबी की फसल का अनुदान 50 फीसद से बढ़ाकर 75 फीसद कर दिया गया है। दलहनी फसलों पर अनुदान भी बढ़ाया गया है। किसानों के लिए कृषि यंत्रों पर 258 करोड़ का अनुदान देने का निर्णय लिया गया है। उन्हे इसपर चालीस से पचास प्रतिशत तक छूट दी जाएगी।
सीएसए कृषि विश्वविद्यालय बनेगा सब्जी उत्पादन हब
कृषि मंत्री ने कहा कि सीएसए के उद्यान विभाग को सब्जी उत्पादन हब बनाए जाने की योजना बना रही है। यहां पर देसी खाद के जरिए उत्पादन किया जाएगा। किसानो को प्रशिक्षण भी मिलेगा। यूरिया से उगाई जाने वाली सब्जियों से कैंसर का खतरा रहता है इसलिए जैविक खेती पर पूरा जोर होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर अच्छी पैदावार के लिए प्रतिवर्ष 30 फीसद बीज बदलने का लक्ष्य रखा गया है।
लखनऊ में 27 से कृषि कुंभ
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि खेती की आधुनिक तकनीक से किसानों को परिचित कराने के लिए लखनऊ में 27 से 29 अक्टूबर को कृषि कुंभ होने जा रहा है। इसमें जापान व इजराइल समेत अन्य देशों से स्वीकृति मिल गई है। यहां पर इन देशों के कृषि वैज्ञानिक वहां की आधुनिक कृषि तकनीक लेकर आएंगे।
गंगा-यमुना के किनारे हो फूलों की खेती
हमारे प्रदेश में बेंगलुरु से फूल आते हैं, जबकि गंगा जमुना का क्षेत्र इसकी खेती के लिए उपयोगी है। यहां पर फूलों के साथ सब्जियों का उत्पादन किया जाने से प्रदेश के किसानों की आय बढ़ेगी। इसके लिए गेहूं, धान व दाल की खेती के साथ किसानों को शाक भाजी की खेती, पशुपालन व मधुमक्खी पालन करना चाहिए।
ठीक होगी कृषि विश्वविद्यालय की चारदीवारी
कार्यक्रम में उन्नतशील किसानों को सम्मनित भी किया गया। लूट की घटनाओं को लेकर कृषि मंत्री ने कृषि विश्वविधालय की टूटी चारदीवारी की मरम्मत कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन से भी वह छात्र छात्राओं की सुरक्षा के लिए बात करेंगे। इस दौरान कुलपति प्रो सुशील सोलोमन, कृषि प्रसार निदेशक धूमसिंह समेत कई शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।
बंटेगा साढ़े सात लाख क्विंटल गेहूं का बीज
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को इस वर्ष मिलने वाले बीज में साढ़े सात क्विंटल बीज गेहूं का है। उन्नत बीज की बढ़ती मांग की देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। कहा कि यह बीज पिछले वर्ष की आपेक्षा तीन लाख क्विंटल अधिक है। इसके अलावा रबी की फसल का अनुदान 50 फीसद से बढ़ाकर 75 फीसद कर दिया गया है। दलहनी फसलों पर अनुदान भी बढ़ाया गया है। किसानों के लिए कृषि यंत्रों पर 258 करोड़ का अनुदान देने का निर्णय लिया गया है। उन्हे इसपर चालीस से पचास प्रतिशत तक छूट दी जाएगी।
सीएसए कृषि विश्वविद्यालय बनेगा सब्जी उत्पादन हब
कृषि मंत्री ने कहा कि सीएसए के उद्यान विभाग को सब्जी उत्पादन हब बनाए जाने की योजना बना रही है। यहां पर देसी खाद के जरिए उत्पादन किया जाएगा। किसानो को प्रशिक्षण भी मिलेगा। यूरिया से उगाई जाने वाली सब्जियों से कैंसर का खतरा रहता है इसलिए जैविक खेती पर पूरा जोर होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर अच्छी पैदावार के लिए प्रतिवर्ष 30 फीसद बीज बदलने का लक्ष्य रखा गया है।
लखनऊ में 27 से कृषि कुंभ
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि खेती की आधुनिक तकनीक से किसानों को परिचित कराने के लिए लखनऊ में 27 से 29 अक्टूबर को कृषि कुंभ होने जा रहा है। इसमें जापान व इजराइल समेत अन्य देशों से स्वीकृति मिल गई है। यहां पर इन देशों के कृषि वैज्ञानिक वहां की आधुनिक कृषि तकनीक लेकर आएंगे।
गंगा-यमुना के किनारे हो फूलों की खेती
हमारे प्रदेश में बेंगलुरु से फूल आते हैं, जबकि गंगा जमुना का क्षेत्र इसकी खेती के लिए उपयोगी है। यहां पर फूलों के साथ सब्जियों का उत्पादन किया जाने से प्रदेश के किसानों की आय बढ़ेगी। इसके लिए गेहूं, धान व दाल की खेती के साथ किसानों को शाक भाजी की खेती, पशुपालन व मधुमक्खी पालन करना चाहिए।
ठीक होगी कृषि विश्वविद्यालय की चारदीवारी
कार्यक्रम में उन्नतशील किसानों को सम्मनित भी किया गया। लूट की घटनाओं को लेकर कृषि मंत्री ने कृषि विश्वविधालय की टूटी चारदीवारी की मरम्मत कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन से भी वह छात्र छात्राओं की सुरक्षा के लिए बात करेंगे। इस दौरान कुलपति प्रो सुशील सोलोमन, कृषि प्रसार निदेशक धूमसिंह समेत कई शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।
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